मुख्यमंत्री अपना फ़र्ज भूले , ससुराल भी नहीं आई याद : अनुराग ठाकुर
धर्मशाला, 29 जून (हि.स.)। पूर्व केंद्रीय मंत्री और सासंद अनुराग ठाकुर ने कहा कि पूर्व जयराम सरकार ने प्रदेश में जनकल्याणकारी संस्थान खोले लेकिन तालाबंदी की सरकार ने आते ही सब पर ताला जड़ दिया। उनकी विकास विरोधी सोच का शिकार जहां पूरा प्रदेश हुआ वहीं अपना ससुराल भी अछूता नहीं रहा।
अनुराग ठाकुर ने यह बात शनिवार को देहरा में भाजपा प्रत्याशी होशियार सिंह के लिए प्रचार के दौरान कही। उन्होंने कहा कि जो अपनी ससुराल का नहीं हुआ वो देहरा का क्या होगा।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू इतिहास में पहले मुख्यमंत्री होंगे जिन्होंने भाजपा विधायकों का तो छोड़ो पर कांग्रेस के विधायकों का भी काम नहीं होने दिया। पहले तो लम्बे समय तक मंत्री ही नहीं बनाएं और ज़ब बनाया तो सिर्फ उनको जो उनके मित्र थे और कांगड़ा जो कि सबसे बड़ा जिला हैं उसे बिलकुल नजरंदाज कर दिया। जिन लोगों क़ो मंत्री बनाया उन्हें उनकी शक्तियों क़ो बाधित कर मात्र सुविधाओं का लाभ लेने के लिए कि आप मात्र राजशाही का आंनद लो बाकि कुछ बोलने या सुनने की आज्ञा आपको नहीं होगी। मुख्यमंत्री यहीं नहीं रुके हर मंत्री के साथ अपना मित्र सीपीएस लगा दिया और मन्त्रीयों क़ो नकेल कस दी।
पूर्व मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि ज़ब उनके मंत्रियों क़ो भी अपने विधानसभा के कार्य करने के लिए मुख्यमंत्री की आज्ञा लेनी पडती थी तो आजाद विधायकों क़ो प्रताड़ित करने में उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी। ऐसे में कोई उनके साथ कैसे कार्य करता और घुटन के माहौल में आखिर आजाद विधायकों क़ो इस्तीफा देना पड़ा और एक मजबूत संगठन भाजपा के साथ जुड़ जनता की आवाज क़ो बुलंद करने के लिए इस्तीफे जैसे रास्ते क़ो चुनना पड़ा। ठाकुर ने कहा जैसे सुकखु सरकार ने 18 महीने का कार्यकाल अपने नाम के अनुसार सूखा दिया उसी प्रकार दो साल का समय भी रहेगा और फिर हिमाचल की जनता इस निरंकुश व्यक्ति क़ो सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा देगी।
उन्होंने कहा कि मैंने और प्रत्याशी होशियार सिंह ने क्षेत्र के विकास के लिए डबल इंजन की तरह कार्य किया हैं। देहरा के लिए सेंट्रल यूनिवर्सिटी का प्रोजेक्ट भाजपा सरकार के दौरान मंजूर हुआ था। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट से क्षेत्र में रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे और शिक्षा के क्षेत्र में अपार संभावनाएं होंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस प्रोजेक्ट के बजट को 250 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 500 करोड़ रुपये किया। यह दुगना बजट प्रोजेक्ट की सुविधाओं और संभावनाओं को बढ़ाने में सहायक होगा। लेकिन कांग्रेस ने सेंट्रल यूनिवर्सिटी को धरातल पर उतरने नहीं दिया। कांग्रेस के शासनकाल में विकास कार्य रुक गए थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने महिलाओं को 1500 रूपया महीना देने का वायदा किया था, जो पूरा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने केवल झूठे वायदे किए और विकास के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की झूठे वायदों में जनता को नहीं आना चाहिए। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के विकास के वायदों के प्रति आश्वस्त किया और कार्यकर्ताओं को आगामी चुनावों के लिए तैयार रहने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि विकास, रोजगार, शिक्षा, और जनकल्याण की योजनाओं पर जोर दिया जाएगा। इस मौके पर देहरा विधानसभा उपचुनाव के प्रभारी व सुलह विधानसभा क्षेत्र के विधायक विपिन सिंह परमार, देहरा विधानसभा क्षेत्र के संयोजक व विधायक राकेश जमवाल, पूर्व मंत्री व विधायक विक्रम सिंह परमार आदि मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/सतेंद्र/उज्जवल
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