प्रदेश में विकास नहीं, बदले की राजनीति कर रही है सरकार: जयराम ठाकुर
शिमला, 18 दिसंबर (हि.स.)। पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने वीरवार को मुख्यमंत्री पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि देवभूमि हिमाचल में राजनीति हमेशा विकास के लिए होती रही है, न कि बदले की भावना से। लेकिन वर्तमान सरकार सत्ता का दुरुपयोग कर अपने राजनीतिक विरोधियों, विशेषकर कांग्रेस छोड़ चुके और निर्दलीय विधायकों को प्रताड़ित कर रही है।
जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री सत्ता के बल पर भारतीय जनता पार्टी के विधायकों और सरकार के पक्ष में न लिखने वाले पत्रकारों को निशाना बनवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सत्ता स्थायी नहीं होती और जिस रास्ते पर सरकार चल रही है, उसका अंजाम अच्छा नहीं होगा। उन्होंने अधिकारियों को भी चेतावनी देते हुए कहा कि कानून-कायदे ताक पर रखकर की जा रही कार्रवाइयों का भविष्य में जवाब देना पड़ेगा।
उन्होंने हमीरपुर विधायक आशीष शर्मा के मामले का जिक्र करते हुए कहा कि अवैध खनन जैसे मामलों में कार्रवाई माइनिंग विभाग करता है, लेकिन यहां पुलिस स्वयं शिकायतकर्ता बनकर काम कर रही है। बिना विभागीय शिकायत के धाराएं लगाई जा रही हैं ताकि जमानत न मिल सके। इसी तरह अन्य आठ विधायकों के खिलाफ भी बदले की भावना से कार्रवाई की जा रही है।
नेता प्रतिपक्ष ने केएल ठाकुर, राजेंद्र राणा, इंद्रदत्त लखनपाल, सुधीर शर्मा, चैतन्य शर्मा, देवेंद्र भुट्टो, रवि ठाकुर, डॉ. राजीव बिंदल, सुखराम चौधरी और निर्दलीय विधायक होशियार सिंह सहित कई नेताओं के खिलाफ दर्ज मामलों को राजनीतिक प्रतिशोध बताया। उन्होंने कहा कि अवैध मस्जिद के विरोध में 166 लोगों पर मुकदमे लादे गए, जो लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है।
कांगड़ा कार्निवल पर सवाल उठाते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकारी कार्यक्रमों के लिए जनता से वसूली क्यों की जा रही है। यदि दान लिया जा रहा है तो खाता नंबर क्यों जारी नहीं किया गया। उन्होंने इसे कैश वसूली का प्रयास करार दिया और फर्जी बिल-वाउचर की आशंका जताई।
सूचना एवं जनसंपर्क विभाग पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा के चुनाव चिन्ह को उल्टा दिखाकर निम्नस्तरीय टिप्पणी की गई, जो अराजकता को दर्शाता है। उन्होंने अधिकारियों को “डॉन्ट क्रॉस द लिमिट” की सलाह दी।
अवैध कटान और खनन के मामलों में सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि सत्ता समर्थित नेताओं के मामलों में कार्रवाई नहीं होती, जबकि भाजपा नेताओं को झूठे मामलों में फंसाया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि बदले की भावना से की गई राजनीति न प्रदेश की संस्कृति है और न ही जनता इसे स्वीकार करेगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील शुक्ला

