कांग्रेस ने देहरा सीट के उपचुनाव में मुख्यमंत्री सुक्खू की पत्नी को उतारा
शिमला,18 जून (हि.स.)। कांग्रेस हाईकमान ने हिमाचल प्रदेश की देहरा विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में एक चौंकाने वाला फैसला लिया है। कांग्रेस ने देहरा सीट से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर को उम्मीदवार बनाया है।
कांग्रेस ने मंगलवार को हिमाचल प्रदेश की देहरा विधानसभा सीट के लिए कमलेश ठाकुर के नाम की घोषणा की। कमलेश ठाकुर पहली बार कोई चुनाव लड़ेंगी। उनका मुकाबला भाजपा के होशियार सिंह से होगा। दरअसल, देहरा से कांग्रेस पिछले लगातार तीन चुनाव से हार रही है। देहरा क्षेत्र में वर्ष 2008 में अस्तित्व में आया। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से भाजपा के रविन्द्र रवि जीते। वर्ष 2017 व 2022 के विस चुनाव में इस सीट पर निर्दलीय होशियार सिंह विजयी रहे।
पहली बार किसी मुख्यमंत्री की पत्नी लड़ेंगी विधानसभा चुनाव
देहरा से कांग्रेस सशक्त उम्मीदवार की तलाश कर रही थी। कांग्रेस के सर्वे में कमलेश ठाकुर सबसे मजबूत उम्मीदवार बनकर उभरी हैं। यह पहला मौका है कि किसी पार्टी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री की पत्नी को विधानसभा चुनाव में उतारा है। कमलेश ठाकुर का मायका इसी निर्वाचन क्षेत्र से सटे रक्कड़ इलाके में है। देहरा कांग्रेस के नेता एक सुर से कमलेश ठाकुर को उम्मीदवार बनाने की वकालत कर रहे थे। देहरा ब्लॉक कांग्रेस ने इस सम्बंध में एक प्रस्ताव भी पारित किया है। कांग्रेस को यह भी उम्मीद है कि मुख्यमंत्री की पत्नी को उतारकर देहरा सीट से पहली बार कांग्रेस परचम लहराएगी। कमलेश को चुनाव में उतारने से कांग्रेस महिलाओं को 1500 रुपये की पेंशन के मुद्दे को भी भुनाएगी।
कांग्रेस और भाजपा के पूर्व उम्मीदवारों के रुख पर रहेगी नजर
कांग्रेस ने देहरा विधानसभा के पूर्व उम्मीदवार राजेश शर्मा का टिकट काट दिया है। वह पिछले कई दिन से चुनाव प्रचार में जुटे थे। कांग्रेस के इस निर्णय के बाद अब राजेश शर्मा क्या भूमिका निभाएंगे, इस पर सब की निगाहें लगी हुई है। दूसरी तरफ भाजपा ने भी पूर्व में पार्टी के उम्मीदवार रहे रमेश धवाला की भी टिकट काटकर दो बार निर्दलीय विधायक जीतने वाले होशियार सिंह को पार्टी में शामिल कर टिकट दिया है। ऐसे में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों में बदले सियासी समीकरणों से मुकाबला बेहद रोचक हो गया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी के चुनाव मैदान में उतरने के बाद अब पूरे प्रदेश ही नहीं देशभर की नजरें देहरा विधानसभा क्षेत्र पर रहेंगी। भाजपा में भी पूर्व में मंत्री रहे और कभी धूमल सरकार बनाने वाले रमेश धवाला का अगला कदम क्या होगा, इस पर भी सबके निगाहें लगी हुई हैं।
भाजपा की ओर से होशियार सिंह को उम्मीदवार घोषित करने के बाद रमेश धवाला कांग्रेस से टिकट की उम्मीद लगा रहे थे, लेकिन कांग्रेस ने न रमेश धवाला को टिकट दी और न राजेश शर्मा को। अब इन दोनों के बीच कमलेश के बाजी मारने से सियासी गलियारों में चर्चा है कि इन दोनों में कौन उलटफेर करेगा और इसका सियासी लाभ किसे मिलेगा। बताया जा रहा है कि रमेश धवाला और राजेश शर्मा दोनों ही देहरा में लंबे समय से डटे हुए हैं और जनता के बीच अपनी मजबूत पकड़ भी रखते हैं, क्या अब दोनों ही नेता अपनी-अपनी पार्टी के साथ चलेंगे या फिर कोई नया दांव खेलेंगे।
उल्लेखनीय है कि देहरा, नालागढ़ और हमीरपुर विधानसभा उपचुनाव में नामांकन भरने की अंतिम तिथि 21 जून है। इन सीटों के लिए 10 जुलाई को मतदान होगा और 13 जुलाई को नतीजे घोषित होंगे। यह तीनों विधानसभा क्षेत्रों में जीते निर्दलीय विधायकों के त्यागपत्र देने से खाली हुई हैं। निर्दलीय विधायक त्यागपत्र के बाद भाजपा में शामिल हुए हैं और भाजपा ने उन्हें ही अपना उम्मीदवार बनाया है।
हिन्दुस्थान समाचार/उज्ज्वल/सुनील/सुनील
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