मनरेगा के खिलाफ संसद से सड़कों तक लड़ेगी कांग्रेस : सुखपाल सिंह खेरा
शिमला, 22 दिसंबर (हि.स.)। अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के अध्यक्ष सुखपाल सिंह खेरा ने केंद्र की मोदी सरकार पर कांग्रेस द्वारा शुरू की गई जनहित की योजनाओं को कमजोर करने और विपक्षी नेताओं को झूठे मामलों में फंसाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के पास अब केवल कांग्रेस की योजनाओं को खत्म करने और उसके नेताओं पर सीबीआई, ईडी व इनकम टैक्स के जरिए दबाव बनाने का ही एजेंडा रह गया है।
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में साेमवार काे आयोजित पत्रकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए खेरा ने कहा कि मनरेगा से महात्मा गांधी का नाम हटाकर उसके मूल स्वरूप को कमजोर कर दिया गया है। कांग्रेस इसके खिलाफ संसद से लेकर सड़कों तक संघर्ष करेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नफरत की राजनीति कर देश के लोकतंत्र का मजाक उड़ा रही है और किसानों, मजदूरों व आम आदमी की आवाज सुनने को तैयार नहीं है।
खेरा ने कहा कि जहां कुछ बड़े पूंजीपतियों के हजारों करोड़ रुपये के ऋण माफ कर दिए जाते हैं, वहीं किसानों और आम लोगों के छोटे-छोटे कर्ज भी माफ नहीं किए जाते। केंद्र सरकार अडानी और अंबानी जैसे उद्योगपतियों के हित में काम कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि मनरेगा का नाम बदलकर और 60:40 के नए अनुपात के जरिए राज्यों पर अतिरिक्त बोझ डाला गया है, जिसे कई राज्य पूरा नहीं कर पा रहे हैं। पिछले कई वर्षों से केंद्र सरकार लगातार बजट में कटौती कर इस योजना को कमजोर करती रही है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक मनरेगा को उसके मूल स्वरूप में बहाल नहीं किया जाता, तब तक कांग्रेस का आंदोलन जारी रहेगा। खेड़ा ने भाजपा सरकार पर विपक्षी नेताओं को बदनाम करने के लिए केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप भी लगाया।
नेशनल हेराल्ड मामले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अदालत द्वारा मामलों को सुनने से इनकार करना इस बात का प्रमाण है कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर लगाए गए आरोप झूठे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसी भी दबाव से डरने वाली नहीं है और लोकतंत्र की रक्षा के लिए देशवासियों को एकजुट होकर आगे आना होगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील शुक्ला

