ठेका प्रथा को बंद करने के खिलाफ सीटू ने दिया धरना

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शिमला, 30 सितंबर (हि.स.)। आउटसोर्स, कॉन्ट्रैक्ट,कैजुअल, फिक्स टर्म, मल्टी टास्क वर्कर्स की मांगों को लेकर सोमवार को श्रमिक संगठन सीटू के बैनर तले देश भर में प्रदर्शन किए गए। इस कड़ी में राजधानी शिमला में भी उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया गया और केंद्र व प्रदेश सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।

सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा ने कहा कि ये कर्मचारी 12 घंटे तक काम करते हैं। हिमाचल में 30 हजार के करीब आउटसोर्स कर्मी हैं। इन कर्मचारियों का भारी शोषण हो रहा है। इन्हे स्थाई कर्मचारियों के मुकाबले काफी कम वेतन दिया जा रहा है। कर्मचारियों से 8 के बजाए 12 घंटे कार्य लिया जाता है। इनके लिए इपीएफ, ईएसआई, ग्रेच्युटी, पेंशन, बोनस, छुट्टियों आदि की सुविधा लागू नहीं की गई है।

उन्होंने मांग की है कि ठेका, आउटसोर्स, कैजुअल मल्टी टास्क, मल्टीपर्पज व फिक्स टर्म मज़दूरों के लिए श्रेणी अनुसार न्यूनतम वेतन लागू किया जाए। प्रदेश में इन मज़दूरों को नियमित करने के लिए तुरन्त ठोस नीति बनाई जाए।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा

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