आपातकाल के विरोध में भाजपा ने शिमला में निकाला मौन जुलूस

आपातकाल के विरोध में भाजपा ने शिमला में निकाला मौन जुलूस
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आपातकाल के विरोध में भाजपा ने शिमला में निकाला मौन जुलूस


शिमला, 25 जून (हि.स.)। आपातकाल के 50 वर्ष पूरे होने पर भाजपा ने मंगलवार को राजधानी शिमला में बाजुओं में काली पट्टियां बांधकर मौन जुलूस निकालकर अपना विरोध जताया। मौन जलूस सीटीओ से वाइब्रेशन हॉल गंज बाजार तक चला। भाजपा ने आपातकाल की अवधि को भारतीय लोकतंत्र पर एक काला धब्बा करार दिया।

इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि आपातकाल भारत का सबसे कला अध्याय है। उन्होंने कहा की कांग्रेस सरकार के पास विधायकों को सीपीएस बनाकर अतिरिक्त सुविधाएं देने के लिए पैसे हैं। पूरे प्रदेश में नया दौर और व्यवस्था परिवर्तन के होर्डिंग लगाने के पैसे हैं। मगर मात्र 80 लोकतंत्र प्रहरियों को देने के लिए पैसे नहीं हैं। यहां बात पैसे की नहीं बात नीयत की है।

उन्होंने कहा कि इमरजेंसी थोपकर लोकतंत्र का गला घोंटने वाली पार्टी आखिर उन लोगों का सम्मान कैसे कर सकती है जिन्होंने देश को एक परिवार की तानाशाही से मुक्त करवाया था। यह दिखाता है कि न तो कांग्रेस को लोकतंत्र में विश्वास है और न ही उसे लोकतंत्र के लिए लड़ने वालों की कोई कद्र है।

भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि लोकतंत्र प्रहरी सम्मान निधि को बंद करने वाली कांग्रेस पार्टी की प्रवृत्ति ही कुछ ऐसी है कि संविधान की हत्या वह पहले से ही करते आए हैं। जब देश में 1975 में इमरजेंसी लगी थी उसके उपरांत लाखों लोगों को जेल में डाला गया था, जिन व्यक्तियों केनपरिवारजनों को इस योजना का लाभ हो रहा था उसके बावजूद इन्होंने इस योजना को बंद कर दिया

उन्होंने कहा जो पार्टी इंदिरा इस इंडिया एंड इंडिया इस इंडिया का नारा दे सकती है वह संविधान क्या बचाएगी। इस योजना के अंतर्गत ऐसे ही परिवारों को 20000 सालाना का लाभ होता था, वह भी इन लोगों से देखा नहीं गया।

हिन्दुस्थान समाचार/उज्ज्वल

/सुनील

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