बजट दिशाहीन, निराशाजनक और किसी को भी राहत देने वाला नहीं: विपिन सिंह परमार
शिमला, 17 फरवरी (हि.स.)। भाजपा विधायक विपिन सिंह परमार ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बजट में किसी भी वर्ग के उत्थान का कोई भी जिक्र नहीं है। शनिवार को विधानसभा परिसर में बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए परमार ने कहा कि यह बजट दिशाहीन, निराशाजनक और किसी को भी राहत देने वाला नहीं है।
परमार ने कहा कि बजट में किसानों का कोई भी उल्लेख नहीं है। कांग्रेस अपनी गारंटियां तक भूल गई है। किसानों से सौ रुपये लीटर दूध खरीदने की बात का बजट में कोई भी जिक्र तक नहीं है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती का तो सरकार ने बजट में गला की घोट दिया है। हिमाचल में जो प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान स्वस्थ किसान योजना चल रही थी, उसका कोई भी उल्लेख नहीं है, जबकि इस योजना पर केन्द्र सरकार और नीति आयोग भी मोहर लगा चुका है।
भाजपा विधायक ने कहा कि कांग्रेस बजट में महिलाओं को प्रति माह 15 सौ रुपये देने की अपनी गारंटी आज बजट में भूल गई है। उसके लिए चार हजार करोड़ का बजट चाहिए, जिसका इस बजट में कोई उल्लेख नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता को तीन सौ यूनिट फ्री बिजली देने की बात भी इस बजट में नहीं की गई है। बजट बेरोजगारों को रोजगार देने की बात पर भी चुप है। आउटसोर्स कर्मचारियों के बारे में बजट में कुछ भी नहीं कहा गया है।
भाजपा विधायक परमार ने कहा कि सरकार की घोषणाओं में बड़ी रूचि है इसलिए हर बजट में कई घोषणाएं कर देते हैं लेकिन उन पर अमल नहीं होता। परमार ने कहा कि केन्द्र सरकार हिमाचल के प्रति संवेदनशील है और आपदा में हर संभव सहायता की है, लेकिन राज्य सरकार ने केन्द्र से मिले पैसे का दुरुपयोग किया है। सरकार आज तक नहीं बता पाई है कि केन्द्र से हिमाचल को आपदा में कितना पैसा मिला है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार केन्द्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला के लिए 30 करोड़ की राशि जमा नहीं करवा रही है।
हिन्दुस्थान समाचार/ सुनील/वीरेन्द्र
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