हिमाचल विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ भाजपा ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन
शिमला, 2 सितंबर (हि.स.)। विपक्षी दल भाजपा ने विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया के व्यवहार को लेकर नाराजगी जताते हुए सोमवार को राजभवन पहुंचकर राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में विपक्षी सदस्यों ने राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल को अवगत करवाया कि विस अध्यक्ष सदन के अन्दर और बाहर जहां विधायकों की भावना को आहत कर रहे हैं, वहीं संवैधानिक पद की गरिमा को भी ठेस पहुँचा रहे हैं। उन्होंने ज्ञापन में कहा कि सदन के अन्दर विधानसभा अध्यक्ष का रवैया पक्षपात व तानाशाही पूर्ण रहता है और वह नियमों एवं परम्पराओं के खिलाफ काम करते हुए सत्ता पक्ष को लाभ पहुँचाने का प्रयास करते हैं। विपक्षी सदस्यों विशेषकर नेता प्रतिप्रक्ष द्वारा नियमों का हवाला देने पर हमेशा यही कहा जाता कि मुझे सब पता है मुझे सिखाने की जरूरत नहीं है।
भाजपा विधायकों ने ज्ञापन में कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने एक भाषण में छह विधायकों पर आपतिजनक टिप्पणी भी की थी। इस मुददे पर विधायक इन्द्र दत्त लखनपाल द्वारा यह मुद्दा उठाने पर विधानसभा अध्यक्ष ने खेद प्रकट करना तो दूर शब्द भी वापिस नहीं लिए और उल्टा सदन के बाहर फिर गैर जिम्मेदाराना टिप्पणियां की। उन्होंने राज्यपाल से कहा कि भाजपा विधायक दल ने नियम-274 के अन्तर्गत विधान सभा सचिव को विधान सभा अध्यक्ष को पद से हटाने का संकल्प प्रस्तुत किया इसके बावजूद भी विधानसभा सत्र शुरू होने के बाद स्पीकर अपने आसन पर आकर बैठ गए, जबकि नैतिकता के आधार पर उन्हें संकल्प पेश होने और उस पर चर्चा तथा मतदान होने तक आसन पर नहीं आना चाहिए था।
ज्ञापन में कहा गया है कि भाजपा विधायक दल ने नियम-67 के अन्तर्गत प्रदेश की बिगड़ती आर्थिक स्थिति पर चर्चा करने के लिए स्थगन प्रस्ताव दिया था जिस पर भी कोई गौर नहीं फरमाया गया। उहोंने राज्यपाल को सूबे की बिगड़ती माली हालत से भी अवगत करवाया और कहा कि आज सितम्बर माह की दो तारीख हो गई परन्तु कर्मचारियों को वेतन और पेंशनरों को पेंशन का अभी तक भुगतान नहीं किया गया है जिससे स्पष्ट है कि प्रदेश आर्थिक दिवालियेपन की कगार पर पहुंच गया है। प्रदेश की बिगड़ती आर्थिक स्थिति के कारण वित्तीय संकट इतना गहरा गया है कि हालात आर्थिक आपातकाल जैसे पैदा हो गए हैं। उन्होंने राज्यपाल से आग्रह किया कि प्रदेश की वर्तमान परिस्थितियों विशेषकर आर्थिक स्थिति को देखते हुए उचित कार्यवाही अमल में लाई जाए।
विधानसभा सचिव को दिया स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस
विधानसभा के मॉनसून सत्र के पांचवें दिन सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही विपक्ष ने विधानसभा सचिव को अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया है और विधान सभा अध्यक्ष के इस्तीफे की मांग की है।
दरअसल बीते शुक्रवार को विधानसभा सदन में विपक्ष के विधायक इन्द्र दत्त लखनपाल ने स्पीकर के एक बयान को लेकर आपत्ति जाहिर की थी और सदन में स्पीकर को अपने बयान पर खेद प्रकट करने की मांग की थी जिसको लेकर काफी हंगामा सदन में हुआ था।
इसी मुद्दे को लेकर आज विधान सभा सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही विपक्ष ने सचिव को नियम 274 के तहत नोटिस देकर विधान सभा अध्यक्ष के खिलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव दिया और स्पीकर के इस्तीफे की मांग की।
नेता विपक्ष जयराम ठाकुर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि विधान सभा अध्यक्ष का रवैया सदन में विपक्ष के खिलाफ़ सही नहीं है और सदन के बाहर भी अध्यक्ष ने असंवैधानिक भाषा का इस्तेमाल किया है जो बर्दाश्त नहीं की जायेगी। ऐसे में विपक्ष के विधायक दल ने बैठक कर उनके खिलाफ़ विधानसभा सचिव को अविश्वास प्रस्ताव दिया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा
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