भाजपा सत्ता के लिए बिन पानी की मच्छली की तरह तड़प रही है: अलका लांबा
मंडी, 27 मई (हि.स.)। महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा ने कहा कि भाजपा सत्ता के लिए बिन पानी की मच्छली की तरह तड़प रही है, जो किसी भी कीमत पर सता हथियाना चाहती है। मंडी में पत्रकारों से बात करते हुए अलका ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में डब्बल इंजन की सरकार चल रही थी, क्यों लोगों ने कांग्रेस को चुना। क्योंकि यह सरकार लोगों के प्रति संवेदनशील नहीं थी।
उन्होंने कहा कि हिमाचल में आई आपदा के प्रति भी प्रधानमंत्री में संवेदना नहीं है। चुनावों में भी प्रधानमंत्री के पास कोई मुद्दा नहीं है। उन्होंने कहा कि चुनावों के दौरान प्रधानमंत्री की भाषा भी उनके पद के अनुरूप नहीं है। वे चुनाव में मटन, मंगलसूत्र, मंदिर, मुसलमान और मुजरा जैसे शब्दों का उपयोग कर रहे हैं। अलका लांबा ने कहा कि भाजपा का चार सौ पार का दावा भी जुमला साबित होने जा रहा है। देश में हुए छह चरणों के मतदान में भाजपा पिछड़ गई है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के पास साल में दो करोड़ नौकरियां देने जो दस सालों में बीस करोड़ बनती है का जवाब नहीं है। जबकि कांग्रेस-इंडिया गठबंधन सरकार के बनते ही तीस लाख नौकरियां दी जाएगी। जिसमें आधी पंद्रह हजार पढ़ी-लिखी बेटियों का हिस्सा होगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए आज महंगाई सबसे बड़ा मुददा है और दस सालों में राहत के नाम पर जुमले ही मिले। जबकि महंगाई की वजह से महिलाओं को घरेलु हिंसा का शिकार होना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि बाहर काम न मिलने की वजह से पति घर में आकर महिला से मारपीट कर अपनी खीज उतारते हैं। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन सरकार के बनते ही आंगनबाड़ी और आशा वर्कर्स का मानदेय दोगुना हो जाएगा। वहीं चार जून को सरकार बनते ही पहला कानून किसानों के हक में एसएमपी को कानूनी दर्जा दिया जाएगा। श्रमिकों की न्यूनतम मजदूरी चार सौ रूपए की जाएगी। 25 लाख रूपए तक मुफत ईलाज करवाया जाएगा। वहीं पर बैंकों से किसानों के कर्ज माफ किए जाएगें।
मंडी में भाजपा ने उतारी कठपुतली उ मीदवार
महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा ने मंडी से भाजपा ने कठपुतली उ मीदवार उतारी है, जिन्हें राजनीति का कोई अनुभव नहीं है। भाजपा प्रत्याशी कंगना रणौत पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि यह कोई तीन घंटे की मूवी नहीं जो लॉप भी हो गई तो कोई बात नहीं... यह लोकसभा का चुनाव है, जहां विकास के लिए प्रतिनिधि को पूरे पांच वर्षों के लिए चुना जाता है। उन्होंने कहा कि मंडी की जनता कोई ऐसा प्रतिनिधि नहीं चाहती तो किसी के हाथ की कठपुतली बना रहे और यहां के विकास की कोई बात न करें। प्रत्याशी के पास विकास का रोडमैप भी होना चाहिए जोकि कंगना के पास नहीं है।
हिन्दुस्थान समाचार/ मुरारी/सुनील
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