चुनाव के समय ही सही विक्रमादित्य को पं. सुखराम याद तो आए : आश्रय शर्मा

चुनाव के समय ही सही विक्रमादित्य को पं. सुखराम याद तो आए : आश्रय शर्मा
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चुनाव के समय ही सही विक्रमादित्य को पं. सुखराम याद तो आए : आश्रय शर्मा


मंडी, 23 मई (हि. स.)। पं. सुखराम के पोते और पूर्व में कांग्रेस के प्रत्याशी रहे आश्रय शर्मा ने कहा कि विक्रमादित्य सिंह ने मंडी में पत्रकार वार्ता के दौरान स्व. पं. सुखराम के प्रदेश और मंडी के लिए योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि विक्रमादित्य सिंह पर यह कहावत लागू होती है कि देर आए दुरूस्त आए। यहां पत्रकारों से बात करते हुए आश्रय शर्मा ने कहा कि भले ही चुनाव के समय विक्रमादित्य सिंह ने उनके दादा पं. सुखराम को याद किया। इसके लिए वे उनके दिल से आभारी हैं।

उन्होंने कहा कि एक समय वो भी था जब पं. सुखराम राजनीति से सन्यास ले चुके थे और उनके मित्र रहे कांग्रेस नेता सुशील कुमार शिंदे मंडी आए तो पं. सुखराम भी उनसे मिलने कांग्रेस की रैली में गए तो भरी जनसभा में उन्हें आया राम -गया राम कह कर अपमानित किया गया था।

उन्होंने कहा कि यही नहीं राहुल गांधी की मंडी रैली के दौरान उस समय के मु यमंत्री वीरभद्र सिंह ने यह शर्त रख दी कि अगर पं. सुखराम मंच पर आते हैं तो मैं मंच पर नहीं जाऊंगा। जिसकी वजह से पं. सुखराम राहुल गांधी की रैली में नहीं गए। आश्रय शर्मा ने कहा कि पं. सुखराम के देश भर में समर्थक हैं।

उन्होंने कहा कि आईआईटी मंडी कांग्रेस की देन है। लेकिन जयराम ठाकुर ने क्लस्टर यूनिवर्सिटी से सरदार पटेल यूनिवर्सिटी मंडी में स्थापित की। मगर उसे बंद करने की साजिश रची जा रही है। यही नहीं मंडी कालेज के निर्माणधीन भवन को पूरा करने को लेकर विधायक के रूप में अनिल शर्मा ने विधानसभा में सवाल उठाया तो लोकनिर्माण मंत्री के रूप में विक्रमादित्य सिंह ने शिक्षा मंत्री से बात करने के बाद दो तीन महीने में भवन का कार्य पूर्ण करवाने का आश्वासन दिया था। मगर आज तक एक कील भी वहां लग नहीं पाई है। उसी प्रकार वैली ब्रिज के बारे में भी आपदा के दौरान कहा था कि तीन महीने में लग जाएगें मगर वे भी नहीं बनवाए गए।

उन्होंने कहा कि मंडी जिला के नौ विधानसभा क्षेत्र की जनता मंडी की बेटी कंगना के पक्ष में इक्ट्ठा हो रही है। जबकि रामपुर में न तो प्रतिभा सिंह और न ही विक्रमादित्य ने कोईकाम करवाया है। बस रामपुर के राजा के नाम पर वोट मांगे जा रहे हैं। आश्रय ने कहा कि वहां के लोगों का कहना है कि श्रद्धांजलि के नाम पर एक बार वोट दे दिए हैं अब काम के नाम पर ही वोट मिलेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/ मुरारी/सुनील

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