रानी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती पर भाजपा मनाएगी त्रिशताब्दी समारोह, 21 से 31 मई तक होंगे विविध कार्यक्रम

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शिमला, 11 मई (हि.स.)। पुण्यश्लोक रानी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती को भारतीय जनता पार्टी भव्य रूप से मनाएगी। यह जानकारी भाजपा के प्रदेश महामंत्री एवं कार्यक्रम संयोजक त्रिलोक कपूर ने दी। उन्होंने रविवार को बताया कि भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा के निर्देशानुसार 21 से 31 मई तक देशभर के प्रत्येक जिले और राज्यों की राजधानियों में विभिन्न आयोजनों के माध्यम से यह गौरवशाली अवसर मनाया जाएगा।

त्रिलोक कपूर ने बताया कि इस उपलक्ष्य में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में महिला स्वयंसेवी संगठनों, स्थानीय निकायों और महिला निर्वाचित प्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। इस दौरान सभागार बैठकों, गोष्ठियों, शोभा यात्राओं, महिला सशक्तिकरण दौड़, कॉलेज-विश्वविद्यालयों में प्रतियोगिताओं, नुक्कड़ नाटकों, नृत्य-नाटकों और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के आयोजन की योजना बनाई गई है।

उन्होंने बताया कि इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम की कार्ययोजना को अंतिम रूप देने के लिए 14 मई को शिमला स्थित भाजपा प्रदेश मुख्यालय दीप कमल में एक कार्यशाला आयोजित की जाएगी। यह कार्यशाला प्रातः 10 बजे से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल, प्रांत संगठन महामंत्री सिद्धार्थन और पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व की उपस्थिति में संपन्न होगी। कार्यशाला में शिमला संसदीय क्षेत्र के सभी जिलों से पांच-पांच प्रतिनिधि तथा अन्य तीनों संसदीय क्षेत्रों से तीन-तीन जिलों की टोली भाग लेगी।

त्रिलोक कपूर ने बताया कि 9 मई को भाजपा मुख्यालय नई दिल्ली में इस कार्यक्रम को लेकर एक राष्ट्रीय कार्यशाला भी आयोजित हुई, जिसमें उन्होंने प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया। कार्यक्रम के संचालन के लिए प्रदेश महिला मोर्चा अध्यक्षा वंदना योगी, दोनों महिला मोर्चा महामंत्री समेत पांच सदस्यीय समिति का गठन किया गया है।

उन्होंने बताया कि रानी अहिल्याबाई होलकर का जन्म 31 मई 1725 को महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के चौंडी गांव में हुआ था। रानी अहिल्याबाई को उनके 30 वर्षों के सुशासन, न्यायप्रियता, सामाजिक समरसता, धार्मिक सहिष्णुता और सांस्कृतिक पुनर्जागरण के कार्यों के लिए जाना जाता है। वे काशी विश्वनाथ से लेकर सोमनाथ मंदिर तक देशभर के लगभग 10,000 मंदिरों के जीर्णोद्धार की प्रेरणास्रोत रही हैं।

त्रिलोक कपूर ने कहा कि रानी अहिल्याबाई का मानना था कि एक आदर्श शासक वही है जो धर्म, जाति और वर्ग से ऊपर उठकर जनसेवा करे। उन्होंने नारी सशक्तिकरण, सामाजिक न्याय और राष्ट्रनिर्माण के लिए अपने जीवन को समर्पित किया। त्याग, सेवा और न्याय की मूर्ति पुण्यश्लोक अहिल्याबाई को लोकमाता और देवी की उपाधियों से सम्मानित किया गया है।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा

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