पलवल: प्राचीन गौरव गाथाओं से युवाओं का परिचित होना जरूरी - दुष्यंत चौटाला
पलवल, 25 फ़रवरी (हि.स.)। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि आने वाली पीढिय़ों को भी प्राचीन संस्कृति, रीति रिवाज के इतिहास का ज्ञान होना जरूरी है। पलवल क्षेत्र का इतिहास पहले से ही बहुत मजबूत रहा है। अंग्रेजी व मुगल हुकुमत के दौरान से ही सभी पाल आपसी भाईचारे की एकता और अखंडता का लोहा मनवाते आ रहे हैं।
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला रविवार को उपमंडल होडल के गांव करमन में नवनिर्मित श्री रघुनाथ मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के अवसर पर राम कथा वसंत समागम में आयोजित 52 पाल भंडारा (प्रसाद) हार्दिक अभिनंदन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पधारकर जन समूह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने करमन निवासी दीपचंद समेत सभी पालों द्वारा भाईचारे को अखंड बनाने के उद्देश्य से मिलकर आयोजित किए गए इस कार्यक्रम के लिए सभी का आभार प्रकट किया।
इस मौके पर उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण, विधायक राजेश नागर, विधायक जगदीश नायर, पूर्व मंत्री हर्ष कुमार, पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल, पूर्व मंत्री विपुल गोयल, अरूण जेलदार, पूर्व विधायक केहर सिंह रावत, शीशपाल, मनोज रावत, जवाहर सिंह सौरोत, जजपा के जिलाध्यक्ष देवेंद्र सौरोत, सतीश डागर, अलग-अलग पालों की सरदारी और राजस्थान, हरियाणा व उत्तरप्रदेश से आए बुजुर्ग, युवा व मौजिज व्यक्ति मौजूद रहे।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजन से समाज में एकता को बढावा मिलता है। ऐसे आयोजन समय-समय पर होते रहने चाहिए, जो युवा पीढी के लिए एकता की मिसाल बनें। उन्होंने सामाजिक तौर पर इस प्रकार के आयोजनों को और आगे बढाने का आहवान किया। उन्होंने दीपचंद के द्वारा इस मंदिर के निर्माण पर उनका धन्यवाद किया। उनके द्वारा स्थापित की गई अपने माता-पिता की प्रतिमा से समाज के युवाओं को मातृ व पितृ प्रेम का निश्चित रूप से संदेश पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि समाज में एकता जरूरी है, ताकि लोग संगठित रहें।
हिन्दुस्थान समाचार/ गुरुदत्त
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