बच्चों के झगड़े में प्रताड़ित युवक ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में पुलिस अधिकारी पर भी लगाए आरोप
फतेहाबाद, 28 मार्च (हि.स.)। जिले के शहर टोहाना में बच्चों के मामूली विवाद में एक व्यक्ति ने कोई जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली है। व्यक्ति ने अपने सुसाइड नोट लिखकर पुलिस जांच अधिकारी और कुछ अन्य लोगों पर आत्महत्या करने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है।
जानकारी के अनुसार टोहाना के वार्ड नंबर 5 निवासी सतविंद्र सिंह ने बुधवार रात कोई जहरीला पदार्थ खाकर अपनी जान दे दी। पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की और एक सुसाइड नोट भी बरामद किया। अस्पताल में मृतक सतविंद्र के पिता सिकंदर व अन्य परिजन अशोक, चचेरे भाई कृष्ण आदि ने बताया कि कुछ दिन पहले गली में बच्चों का आपसी झगड़ा हो गया था। 10 मार्च को उनके घर पर दूसरे पक्ष के लोगों ने हमला कर तोडफ़ोड़ की। इसकी शिकायत और सीसीटीवी फुटेज भी उन्होंने पुलिस को दी थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, जबकि दूसरे पक्ष की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया। बाद में 14 मार्च को सतविंद्र की दुकान के बाहर दूसरे पक्ष के लोगों ने गालियां दीं। इसके बाद भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। मृतक के पिता सिकंदर ने बताया कि इन घटनाओं के बाद से सतविन्द्र मानसिक तौर पर परेशान रहता था। मामले की जांच कर रहे आईओ भूपेंद्र सिंह से चार-पांच बार मिले तो वह यही कहता कि भले ही 50 बार मिलो, जो उसने करना है, वही करेगा, जहां जाना है, चले जाओ। इससे परेशान होकर सतविंद्र ने आत्महत्या की है। पुलिस ने इस मामले में मृतक के शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। परिजनों ने कहा कि जब तक पुलिस कार्रवाई नहीं करती, तब तक वे अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
इस मामले में डीएसपी शमशेर सिंह ने मौके पर पहुंचकर परिजनों से बातचीत की और उन्हें उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। डीएसपी सिंह ने बताया कि सुसाइड नोट व मृतक के पिता की शिकायत के आधार पर आठ लोगों व एएसआई भूपेंद्र सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार किया जाएगा।
सुसाइड नोट में लिखा...
मृतक सतविंद्र ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि मैं सतविंद्र उर्फ अनूप अपने बयान देता हूं कि मेरी मौत के लिए जिम्मेदार हैं अमित कुमार, डॉ. प्रकाश, दर्शन सिंह, नराता राम, संजीव कुमार व आईओ भूपेंद्र सिंह। जिसने मेरे ऊपर इन लोगों से पैसे लेकर झूठा केस दर्ज करवा दिया और ये लोग मुझे व मेरे परिवार को जान से मारने की धमकियां देते थे। इन लोगों ने मेरी दुकान व घर पर हमला किया, वीडियो मैंने थाने में भी दी और और थाने ने कोई कार्रवाई नहीं की। अमित कुमार व डॉ.प्रकाश ने कुछ लोगों को एकत्र करके मेरे खिलाफ केस दर्ज करने के लिए थाने में झूठे नारे लगवाए, जिस कारण मेरी व मेरे परिवार की इज्जत को सारे शहर में बदनाम किया, जिसकी वजह से मैंने मरने की सोची। अशोक भाई, विनोद भाई को राम राम, कृष्ण भाई को बहुत सारा प्यार, चीनी भाई मेरे बच्चों का ख्याल रखना और इन्हें पढ़ा लिखा कर तेरे जैसा बनाना, पापा की कमी बच्चों को महसूस ना हो, पापा सॉरी।
हिन्दुस्थान समाचार/अर्जुन/सुनील
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