यमुनानगर: लक्कड़ मंडी में वाहनों को जबरन ले जाने पर आढ़तियों में रोष
यमुनानगर, 12 फरवरी (हि.स.)। यमुनानगर की मंडोली लक्कड़ मंडी में जबरन लक्कड़ से भरे वाहनों को लक्कड़ मंडी में खड़े करने पर आढ़तियों और मंडी अधिकारियों के बीच सोमवार को उसे समय तनाव उत्पन्न हो गया जब मंडी अधिकारियों ने लक्कड़ से भारी ट्रालियों को जबरन मंडी के अंदर भिजवा दिया।
लक्कड़ आढतीयो ने मंडी अधिकारियों पर आरोप लगाया कि मंडी सचिव और अन्य अधिकारी उनके ड्राइवर और लक्कड़ आढ़तियों को परेशान कर रहे हैं। जिसके चलते लक्कड़ से भरे वाहन मंडोली लक्कड़ मंडी में खड़े हुए हैं और कुछ वाहनों को अंबाला- सहारनपुर हाईवे पर सड़क के एक तरफ खड़ा किया हुआ है। लक्कड़ अढती नीटू राणा और संदीप राणा का संयुक्त रूप से कहना है कि लक्कड़ मंडी में जाने वालों को लक्कड़ मंडी की ओर से लकड़ बेचने के लिए बिल नहीं दिया जाता। जिसके कारण उनको अपना माल बेचने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जीएसटी की चोरी के कारण आढतीयो को अनेकों परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
उन्होंने बताया कि जब वाहनों को मंडी में खड़ा किया गया तो वहां पर लेबर और वाहन चालकों को किसी प्रकार की कोई भी मूलभूत सुविधा उपलब्ध नहीं है। ट्रेक्टर ट्राली ड्राइवर सुरेश कुमार ने बताया कि वहां पर ना तो पीने का पानी उपलब्ध हो रहा है ना वहां पर वाहनों को खड़ा करने की कोई सही जगह है। उनका कहना है कि वहां आसपास ना तो ड्राइवरों की खाने की व्यवस्था है और ना ही आराम करने की कोई व्यवस्था है। देर रात से ड्राइवर अपने वाहनों के साथ मंडी में रुके हुए हैं। उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उनकी सुध लेने वाला कोई अधिकारी उनसे मिलने तक नहीं आया है। यें लोग सुबह से अधिकारी से मिलने के लिए बैठे हुए हैं ताकि उनकी परेशानियों का समाधान हो सके, लेकिन खबर लिए जाने तक उनकी कोई भी संतोषजनक बातचीत प्रशासनिक अधिकारियों से नहीं हो पाई है।
हिन्दुस्थान समाचार/अवतार/संजीव
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