हिसार: महिलाएं किसी भी क्षेत्र में कम नहीं: डॉ. रमेश
हिसार, 14 फरवरी (हि.स.)। भारत में महिला पहले भी सशक्त थी, आज भी हैं और आगे भी रहेंगी। महिलाएं किसी भी क्षेत्र में कम नहीं है और इन्हें कम नहीं आंकना चाहिए। यह बात राजकीय महिला महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. रमेश आर्य ने कही। वे बुधवार को महिला प्रकोष्ठ, शारीरिक शिक्षा विभाग एवं भारत विकास परिषद वीर शाखा के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित रक्त जांच व व्याख्यान कार्यक्रम का शुभारंभ कर रहे थे।
प्राचार्य ने कहा कि हिसार में कुल विद्यार्थियों की लगभग 80 प्रतिशत छात्राएं उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही है। सशक्तिकरण का उदाहरण है कि राजकीय महाविद्यालय हिसार में स्नातकोत्तर में 90 प्रतिशत छात्राएं पढ़ रही हैं। व्याख्यान की प्रथम वक्ता समाजशास्त्र से डॉ. नीलम दहिया ने बताया कि महिला सशक्तिकरण का आशय महिलाओं को सबल बनाना तथा उन्हें हर क्षेत्र में पुरुषों के समान अवसर, अधिकार और सुविधा प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि हमें अपने अधिकार स्वयं लेने होंगे तथा अपने अधिकारों की रक्षा करनी होगी। व्याख्यान की दूसरी वक्ता कुमारी मधुबाला ने भी महिला सशक्तिकरण पर विचार प्रस्तुत किए।
उन्होंने बताया कि सरकार ने 2014 में सरोजिनी नायडू के जन्म दिन पर राष्ट्रीय महिला दिवस बनाने का निर्णय लिया। महिलाओं को सशक्त केवल शिक्षा द्वारा बनाया जा सकता है। जब वें शिक्षित होंगी तो वें आर्थिक रूप से सशक्त होगी। उन्होंने बताया कि शिक्षित महिला न केवल स्वयं लाभान्वित होती हैं अपितु उससे भावी पीढ़ी भी लाभान्वित होती है। महिला प्रकोष्ठ की संयोजिका डा. नीलम कुमारी ने ज्ञानवर्धक व्याख्यान के लिए सभी वक्ताओं का धन्यवाद किया। इस अवसर पर शारीरिक शिक्षा विभाग की अध्यक्ष डॉ. एलिजा कुंडू, वीर शाखा से डॉ. तिलक राज, चन्द्रभान वर्मा, चन्द्रभान चोपड़ा, डॉ. सुमन यादव, डा. महिपाल, संजय भ्याना, प्राध्यापिका सुनीता, बिमला, आरजू, कविता व अन्य स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।