सोनीपत: यूके में नौकरी के नाम पर युवती से 41 लाख की ठगी
सोनीपत, 11 दिसंबर (हि.स.)। सोनीपत जिले की एक शिक्षित युवती
से यूके में नौकरी और वीजा दिलाने के नाम पर 41 लाख की बड़ी ठगी हो गई है। पीड़िता
ने मानसिक उत्पीड़न, आर्थिक शोषण और क्रेडिट कार्ड दुरुपयोग को लेकर पुलिस कमिश्नर
को शिकायत दी है। शिकायत पर थाना कुण्डली में मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई
है।
अकबरपुर बरोटा निवासी अर्चना ने बताया
कि 2019 में पढ़ाई के दौरान उसकी मुलाकात आशिष यादव और उसकी पत्नी सुरभि से हुई थी।
सितंबर 2023 में भारत लौटने के बाद भी संपर्क बने रहे। आरोप है कि दंपति ने अप्रैल
2024 में यूके में आईटी नौकरी दिलाने का झांसा देकर 24 लाख रुपए मांगे और किस्तों में
15 लाख रुपए ले लिए। फर्जी वेबसाइट, झूठा इंटरव्यू और नकली ऑफर लेटर बनाकर उसे भरोसे
में लिया गया। वीजा प्रक्रिया पूरी होने पर अगस्त 2024 में वह लंदन गई, जहां आरोपी
दंपति के घर में रही।
अर्चना के अनुसार नौकरी की ज्वाइनिंग
तिथि बार-बार बदली गई। एक सितंबर को बताए गए ऑफिस पर सिर्फ दो टेबल और एक व्यक्ति था,
न कोई काम था न स्टाफ। इसके बाद आरोपियों ने प्रोजेक्ट शुरू कराने के लिए 10 लाख रुपए
और मांगे। मजबूरी में उसने 8.08 लाख रुपए और दे दिए। बाद में उसके पैसे लौटाने की गुहार
पर उसे अपमानित किया गया और वीजा के बदले कमाई के लिए किसी अनजान व्यक्ति से शादी करने
का दबाव बनाया गया। पीड़िता ने इसे ठुकरा दिया।
आरोप है कि दंपति ने उसके नाम के
क्रेडिट कार्ड अपने पास रखकर करीब 15 हजार पाउंड यानी 18 लाख रुपए की ट्रांजैक्शन कर
डालीं और बाद में सभी प्लेटफॉर्म पर उसे ब्लॉक कर दिया। केवल 3 लाख रुपए लौटाए, बाकी
के लिए बहाने बनाते रहे। इसी बीच 18 जून 2025 को उसे पता चला कि उसका वीजा 3 अप्रैल
2025 को रद्द किया जा चुका है। पीड़िता के अनुसार यह सब योजनाबद्ध था ताकि वे उसी दस्तावेज
पर किसी और को ठग सकें। लगातार ठगी और मानसिक शोषण से पीड़िता अवसाद और तनाव में है
तथा उसका करियर गंभीर रूप से प्रभावित हुआ है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र शर्मा परवाना

