झज्जर: वैष्णो देवी जाना होगा आसान, 75 प्रतिशत बना दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस-वे
-फ्लाईओवर पर गार्डर रखने का काम शुरू, केएमपी से मिलेगी एंट्री
-120 किमी प्रति घंटा की गति से दौड़ सकेंगे वाहन
-केवल छह घंटे में पहुंचेंगे दिल्ली से कटरा
झज्जर, 11 दिसंबर (हि.स.)। भारत माला प्रोजेक्ट के तहत दिल्ली-कटरा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य काफी तेजी से चल रहा है और अगले चार महीने में इस पर वाहन फर्राटे भरने लगेंगे। बहादुरगढ़ के गांव निलोठी से शुरू होने वाले दिल्ली-कटरा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे के पैकेज एक और पैकेज दो का 75 फीसदी काम पूरा हो चुका है। इसे मार्च 2024 तक जम्मू और जून 2025 तक कटरा तक पूरा किया जाना है। हालांकि मार्च 2024 तक इसे खोलने की योजना है।
कटरा एक्सप्रेस-वे के हर फ्लाईओवर का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। बड़ी-बड़ी मशीनों द्वारा कार्य किया जा रहा है। जल्द ही इस कार्य को भी पूरा कर लिया जाएगा। फिलहाल फ्लाईओवर पर गार्डर रखने का काम तीव्र गति से हो रहा है। केएमपी पर निलोठी गांव से शुरू होने वाले इस मार्ग पर रोहतक जिला के सबसे पहले गांव हसनगढ़ के पास टोल बूथ बनाए जाएंगे। इस एक्सप्रेसवे को नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने इस तरह से डिजाइन किया है कि इस पर वाहन 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकें। जिससे कटरा तक पहुंचने का समय 40 फीसदी तक कम किया जाए।
इस एक्सप्रेस-वे पर विदेश की तर्ज पर एमेनेटिज हब बनाए जाएंगे। जहां खानपान, वाहनों की रिपेयरिंग, पेट्रोल पंप पर सीएनजी और ईवी (इलेक्ट्रिक व्हीकल) चार्जिंग के साथ ही रेस्ट रूम की भी सुविधा होगी। इसके अलावा, आपात सहायता के लिए इस एक्सप्रेस-वे 24 घंटे एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड, ट्रॉमा सेंटर और ट्रैफिक पुलिस की टीमें मौजूद रहेंगी। सोनीपत में तीन जगह इस तरह के एमेनेटीज हब बनाए जा रहे हैं। इनमें पहला रूखी, दूसरा नूरनखेड़ा और तीसरा छावड़ी गांव के पास बनेगा।
इस पूरे प्रोजेक्ट की लागत 39 हजार करोड़ है, जबकि इसकी कुल लंबाई 670 किलोमीटर की है। निलोठी से गुरदासपुर तक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे 397.712 किलोमीटर और गुरदासपुर से कटरा तक ब्राउनफील्ड एक्सप्रेस-वे 122.288 किलोमीटर लंबा होगा। वहीं नकोदर से अमृतसर तक ग्रीनफील्ड सफर 99 किलोमीटर का होगा। इस एक्सप्रेस-वे के बनने से दिल्ली से कटरा तक जाना आसान हो जाएगा। जिसका सबसे ज्यादा फायदा माता वैष्णो देवी का दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को होगा।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के उप महाप्रबंधक मिनी सिंह ने कहा कि इस मार्ग के बनने से दिल्ली वाया सोनीपत एनएच-44 पर वाहनों का दबाव कम होगा। चंडीगढ़, पंजाब और जम्मू-कश्मीर के लिए नया रास्ता मिलेगा। सोनीपत में पांच जगह पर ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे की कनेक्टिविटी।
हिन्दुस्थान समाचार/ शील/संजीव
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