जींद : नहर में काम करते हुए मनरेगा महिला मजदूर का पैर फिसला, मौत
जींद, 29 जून (हि.स.)। शनिवार को सफीदो में उरलाना हैड के पास बुटाना ब्रांच नहर में मनरेगा में काम कर रही महिला मजदूर की अचानक पैर फिसल कर गिरने से मौत हो गई। आनन-फानन में साथ में काम कर रहे अन्य मजदूर उसे उठाकर सफीदों के नागरिक अस्पताल में लेकर आए। जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक महिला की पहचान कमलेश (55) निवासी गांव टीटोखेड़ी के रूप में हुई है। मामले की सूचना सफीदों पुलिस को दी गई। सूचना पाकर सदर थाना से सब इंस्पेक्टर दीपक मौके पर पहुंचे और आवश्यक कार्रवाई की।
नागरिक अस्पताल में मृतक महिला के पति वजीर सिंह ने बताया कि वे मनरेगा के तहत बुटाना ब्रांच नहर की पटरियों की सफाई कर रहे थे। इस कार्य में उसकी पत्नी कमलेश भी शामिल थी। कमलेश सफाई का कार्य कर रही थी कि इसी दौरान उसका पैर फिसल गया और वह सुखी पड़ी नदी में लुढ़क गई। कमलेश के मुंह से लुढ़कते वक्त चींख निकली। चीख की आवाज सुन कर उन्होंने और आसपास काम कर रहे मजदूरों ने कमलेश को उठाया और सफीदों के नागरिक अस्पताल में लेकर आए। जहां पर डाक्टरों ने उसकी जांच करके उसे मृत्त घोषित कर दिया। मामले की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पोस्टमार्टम करवाकर उसे परिजनों को सौंप दिया। मनरेगा के मेट मिथुन ने बताया कि पिछले 25 दिनों से बुटाना ब्रांच नहर में साईड़ की सफाई का कार्य चला हुआ था।
इसी दौरान करीब 57 महिला-पुरूष मजदूर लगे हुए थे। कार्य समापन की ओर था लेकिन अचानक से कमलेश नहर में गिर गई। जिसे तुरंत सफीदों के नागरिक अस्पताल में लाया गया, जहां पर डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना एबीपीओ व बीडीपीओ को दे दी है। गांव के सरपंच प्रतिनिधि राजेंद्र ने कहा कि कमलेश का परिवार बेहद गरीब है और मेहनत-मजदूरी करके गुजर-बसर कर रहे हैं। ऐसे में प्रशासन से उनकी मांग है कि सरकार की ओर से परिवार को आर्थिक मदद दिलवाई जाएं।
हिन्दुस्थान समाचार/ विजेंद्र/संजीव
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