हिसार: सावधानी, सतर्कता व ज्ञान ही साइबर फ्रॉड से बचने का उपाय: डॉ. सुनील वर्मा
एक छोटी सी चूक खोल देती साइबर अपराधियों के लिए द्वार : प्राचार्य
राजकीय महिला महाविद्यालय में ऑनलाइन प्रोफेशनल ट्रेंनिंग एंड डेवलपमेंट प्रोग्राम आयोजित
हिसार, 30 अप्रैल (हि.स.)। राजकीय महिला महाविद्यालय के वाणिज्य विभाग व कंप्यूटर विज्ञान विभाग और राजकीय महाविद्यालय, बरवाला के वाणिज्य विभाग के संयुक्त तत्वाधान में ऑनलाइन प्रोफेशनल ट्रेंनिंग एंड डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का विषय ‘साइबर सिक्योरिटी एंड सेफ्टी मेजर्स एंड टीचिंग लर्निंग टूल्स’ रहा। गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय के कंप्यूटर साइंस व इंजीनियरिंग विभाग में सहायक प्रोफेसर डॉ. सुनील वर्मा मुख्य वक्ता रहे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में प्रो. सतीश सिंगला ने महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. रमेश आर्य, मुख्य वक्ता डॉक्टर सुनील वर्मा व सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। मुख्य वक्ता डॉ. सुनील ने सभी प्रोफेसर्स एवं छात्र-छात्राओं को साइबर सिक्योरिटी व उसके प्रकारों के बारे में अवगत कराया। उन्होंने बताया कि किस तरह से हम थोड़ी सी जागरूकता से साइबर फ्रॉड का शिकार होने से बच सकते हैं। उन्होंने कहा कि सतर्कता और ज्ञान ही साइबर फ्रॉड से बचने का उपाय है। तकनीकी दौर में साइबर सिक्योरिटी बड़ों के लिए नहीं, बल्कि बच्चों के लिए भी उतनी ही जरूरी है। अपने वक्तव्य में डॉ. सुनील वर्मा ने सोशल इंजीनियरिंग में चल रहे फ्रॉड, यूपीआई फ्रॉड, साइबर स्टॉकिंग, आइडेंटी थ्रेटस, स्कैमर्स रोबो कॉल्स और हरासमेंट जैसे मुद्दों पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया।
प्राचार्य डॉ. रमेश आर्य ने बताया कि उन्नत तकनीक ने आधुनिक जीवन शैली को बदल दिया है। इंटरनेट हमें कई लाभ प्रदान करता है। आज के इस आधुनिक तकनीकी युग में जहां इंटरनेट हमारे जीवन को आसान बना रहा है लेकिन साथ-साथ हमें तकनीकी समस्याओं और चैलेंज का सामना करना पड़ रहा है। साइबर सिक्योरिटी एक ज्वलंत मुद्दा है जो समाज के प्रत्येक वर्ग को सीधे तौर पर प्रभावित करता है। हमारे डिजिटल जीवन को प्रबंध करने में एक छोटी सी चूक साइबर अपराधियों के लिए द्वार खोल सकते हैं। साइबर अपराधी हमारा पैसा चुरा सकते हैं या हमारी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए, हमें सतर्क रहना और सुरक्षित ऑनलाइन व्यवहार को प्राथमिकता देनी चाहिए।
इस कार्यशाला में हरियाणा के राजकीय व प्राइवेट महाविद्यालयों के 500 से ज्यादा प्राध्यापकों व छात्र-छात्राओं ने रजिस्ट्रेशन करके इसमें भाग लिया। राजकीय महिला महाविद्यालय, हिसार के एसोसिएट प्रोफेसर अमित बंसल ने मुख्य वक्ता डॉ. सुनील वर्मा, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर रमेश आर्य और सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद करते हुए इस कार्यशाला का समापन किया। कार्यशाला में सभी प्रतिभागियों को ई-सर्टिफिकेट प्रदान किए गए।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।