हिसार : वेट लिफ्टिंग की नेशनल चैम्पियन का न्योली में हुआ जोरदार स्वागत
आल इंडिया सिविल सर्विसेज गेम में मंजू सिंहमार ने 110 किलोग्राम वजन उठा जीता सोना
हिसार, 21 मार्च (हि.स.)। आल इंडिया सिविल सर्विसेज के गेम में वेटलिफ्टिंग में 71 किलोग्राम में स्वर्ण पदक जीतने वाली मंजू सिंहमार का बुधवार देर रात न्योली कलां पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। ग्रामीणों ने वेट लिफ्टिंग चैम्पियन को फूलों एवं नोटों की मालाओं से लाद दिया।
पशुपालन एवं डेयरी विभाग में एनिमल अटेंडेंट के पद सेवारत मंजू सिंहमार ने अपने आयु वर्ग में 110 किलोग्राम वजन उठा कर स्वर्ण पदक जीता है। मंजू ने यह पदक दिल्ली में चल रहे आल इंडिया सिविल सर्विसेज के गेम के तीसरे दिन जीता है। यह प्रतियोगिता 18 से 22 मार्च तक चलेगी। मंजू सिंहमार ने तमाम अभावों व सुविधाओं की कमी के बावजूद भी गांव में ही एथलेटिक्स कोच दीपक कुमार की निगरानी में कड़ा अभ्यास करते हुए यह मुकाम पाया है। इस दौरान मुख्य अतिथि राह ग्रुप फाउंडेशन के चेयरमैन नरेश सेलपाड़ ने कहा कि मंजू के प्रयासों से ग्रामीण क्षेत्र की लड़कियों में नए हौसले का संचार होगा। जिससे प्रेरित होकर वो अपने-अपने मनपसंद खेलों में बड़ा मुकाम हासिल कर सकेगी। उन्होंने इस अवसर पर मंजू सिंहमार को यूथ आइकॉन अवार्ड देने की भी घोषणा की। यह अवार्ड मंजू देवी को 10 अप्रैल को लक्ष्य पब्लिक स्कूल धांसू में आयोजित प्रदेश स्तरीय सम्मान समारोह में प्रदान किया जाएगा। ध्यान हो कि आल इंडिया सिविल सर्विसेज गेम में सभी राज्यों व केंद्र शासित राज्यों की टीमों ने हिस्सा लिया था।
मंजू सिंहमार की उपलब्धि से उनका पूरा परिवार व ग्रामीण बेहद खुश हैं। उनके पिता धनीराम व माता कमलेश का कहना है कि उनकी बेटी ने उनका नाम रोशन कर दिया। मंजू सिंहमार अपने पांच भाई बहनों में से तीसरे नंबर पर आती है। मंजू के अलावा उनकी तीन बहने एवं एक भाई है। मंजू के पिता का शुरु से ही सपना था कि उनकी बेटियां उनका नाम रोशन करे। उसकी मां गृहणी है, जबकि उनके पिता एक प्राइवेट फर्म में जॉब करके अपने परिवार का गुजारा करते आ रहे हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव
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