हिसार: सोच, शिक्षा व शोध पर ध्यान केन्द्रित करें स्वयंसेवक : प्रो. बीआर कम्बोज
तीन वर्षों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्वयंसेवकों को किया सम्मानित
हिसार, 1 मार्च (हि.स.)। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज ने कहा कि आधुनिक युग में स्वयंसेवकों की हर क्षेत्र में सहभागिता होना अनिवार्य है ताकि वे देश के ज्वलंत मुद्दों सहित हर चुनौतियों में अपनी सकारात्मक सोच के साथ उनका हल ढूंढ कर समाज को नई दिशा देकर उसकी दशा बदल सकें। इसके लिए स्वयंसेवकों को अपनी सोच, शिक्षा, शोध पर ध्यान केंद्रित कर इनका विस्तार करने पर जोर देना होगा। वे कृषि महाविद्यालय की एनएसएस इकाई की ओर से शुक्रवार को विश्वविद्यालय स्तरीय राष्ट्रीय सेवा योजना पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि अगर आप किसी भी क्षेत्र में सफल होना चाहते हैं तो आपके अंदर जुनून, काम के प्रति लगन, ईमानदारी, कर्तव्यनिष्ठता व संयम जैसे गुण होने चाहिए, तभी आप जीवन में सफल होंगे। इन्हीं उद्देश्यों की पूर्ति के लिए विश्वविद्यालय की एनएसएस इकाई द्वारा विभिन्न प्रकार के कैंपों का आयोजन किया जाता है ताकि इन कैंपों में आयोजित पोस्टर मेकिंग, वाद-विवाद, लेख प्रतियोगिताओं सहित अन्य सामाजिक हितों से जुड़े मुद्दों पर कार्यक्रमों में भाग लेकर स्वयंसेवक अपना सर्वांगिण विकास कर सकें। मुख्यातिथि ने स्वयंसेवकों द्वारा नशा मुक्ति विषय पर तैयार की गई प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
छात्र कल्याण निदेशक डॉ. एमएल खिचड़ ने बताया कि समारोह में एनएसएस में उत्कृष्ट कार्य करने वाले दो प्रोग्राम अधिकारियों सहित 19 स्वयंसेवकों को पुरस्कृत किया। इनमें वर्ष 2020-2021 में स्वयंसेवकों में चेतन, अमन कुमार, रूचिका व अंजलि को पुरस्कार दिया गया। वर्ष 2021-2022 में प्रोग्राम अधिकारी डॉ. चंद्रशेखर व स्वयंसेवकों में सुनैना रानी, राहुल, नेहा यादव, मीनाक्षी, चेतन सिंह, यशपाल, मनीश, मुस्कान व उर्वशी व वर्ष 2022-23 में प्रोग्राम अधिकारी डॉ. रिंकू पूनिया व स्वयंसेवकों में मुस्कान, उत्सव, सुनील, अन्नू, जगत पाल व वेदिका ढींगडा़ को उनके बेहतरीन कार्यों के लिए पुरस्कार प्रदान किया गया। इसके अलावा मुख्यतिथि प्रो. कम्बोज ने वर्ष 2022-23 में कुल 35 वोलिंटियरों को सांत्वना प्रमाण-पत्र दिए।
राष्ट्रीय सेवा योजना अवार्डी डॉ. भगत सिंह ने विश्वविद्यालय की एनएसएस इकाई द्वारा बीते एक वर्ष की गतिविधियों, कार्यक्रमों, अभियानों, कार्यकल्पों, राज्य व राष्ट्रीय पुरस्कारों व सांस्कृतिक कार्यक्रमों की विस्तृत रिपोर्ट पेश की। मंच संचालन छात्रा अन्नू ने किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के अधिकारीगण सहित इससे जुड़े समस्त महाविद्यालयों के अधिष्ठाता, निदेशक, विभागाध्यक्ष, वैज्ञानिक सहित डॉ. तेजपाल, डॉ. रिंकू, डॉ. मोनू, डॉ. पूजा के अलावा भारी संख्या में स्वयंसेवक शामिल हुए।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।