कैथल: अध्यापकों की कमी से नाराज अभिभावकों ने स्कूल को लगाया ताला
बीईओ ने प्राइमरी स्कूल से दो अध्यापकों की व्यवस्था, लेकिन ग्रामीण नहीं हुए राजी
कैथल, 9 अप्रैल (हि.स. )। अध्यापकों की कमी से नाराज अभिभावकों ने मंगलवार को खनौदा के स्कूल के मुख्य गेट को बंद कर ताला लगा दिया। ग्रामीण गांव के हाई स्कूल में अध्यापकों की कमी से नाराज थे। गांव का प्राइमरी और हाई स्कूल दोनों एक ही चार दिवारी के अंदर है। ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के लिखित आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने ताला खोला। विरोध प्रदर्शन की अगुवाई सरपंच प्रतिनिधि सुशील कुमार ने की।
गांव खनौदा के मौजिज व्यक्ति व अभिभावक सुबह स्कूल के बाहर इकट्ठा हुए और अध्यापकों की कमी के कारण स्कूल के मुख्य गेट को बंद कर दिया। लोगों ने नारेबाजी कर अपना रोष भी जाहिर किया। सरपंच प्रतिनिधि सुशील कुमार ने बताया कि गांव के हाई स्कूल में इंग्लिश, संस्कृत, साइंस और ड्राइंग का कोई अध्यापक नहीं है। जिस कारण से बच्चों की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ रहा है। छात्रों का चुनाव परिणाम भी अध्यापकों की कमी के कारण कमजोरी आ रहा है। गांव के प्रमुख लोगों ने इस समस्या के प्रति कई बार शिक्षा विभाग के अधिकारियों को अवगत करवाया, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हुआ। मंगलवार को एसएमसी के सदस्यों ने ग्रामीणों से सलाह मशविरा कर स्कूल के मुख्य गेट को बंद कर दिया।
इसके बाद सीईओ नरेश कुमार सूचना पाकर मौका पर पहुंचे। उन्होंने आचार संहिता का हवाला देकर अध्यापक की नियुक्ति और तबादला करने में असमर्थता जाहिर की। ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर ने दो जेबीटी अध्यापकों सुशील व संदीप की अस्थाई नियुक्ति हाई स्कूल में की है। जो की पर्याप्त नहीं है। सरपंच प्रतिनिधि का कहना है कि प्राइमरी स्कूल के अध्यापकों की हाई स्कूल में स्थाई तैनाती पर प्राइमरी स्कूल के छात्रों की पढ़ाई भी बाधित होगी, क्योंकि वहां भी केवल 6 अध्यापक ही थे। जो अब चार रह गए हैं। अगर सरकार ने चुनाव के बाद अध्यापकों की स्थाई नियुक्ति नहीं की तो वे दोबारा स्कूल को ताला लगाने पर मजबूर हो जाएंगे। इस मौके पर इकबाल सिंह, जीत सिंह बाबूराम व बनारसी दास मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/ नरेश/संजीव
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