फरीदाबाद: विज्ञान कर्मयोगी वैज्ञानिक समुदाय में ला सकते है क्रांति : प्रो. आशुतोष शर्मा

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फरीदाबाद: विज्ञान कर्मयोगी वैज्ञानिक समुदाय में ला सकते है क्रांति : प्रो. आशुतोष शर्मा


युवा वैज्ञानिक सम्मेलन का तीसरा दिन, प्रो. आशुतोष शर्मा ने दिया संबोधन

फरीदाबाद,19 जनवरी (हि.स.)। आईआईएसएफ 2023 के युवा वैज्ञानिक सम्मेलन इवेंट के तीसरे दिन शुक्रवार को प्रो. आशुतोष शर्मा अपना सम्बोधन दिया। भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी (आईएनएसए) के अध्यक्ष प्रो. आशुतोष शर्मा ने युवा वैज्ञानिक सम्मेलन 2023 में युवा शोधकर्ताओं को संबोधित करते हुए सिविल सेवकों और वैज्ञानिक पेशेवरों के बीच समानताएं दर्शाते हुए विज्ञान कर्मयोगी की अवधारणा पेश की, जिसमें वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं के समाज में विज्ञान के अन्य हितधारकों के साथ सक्रिय रूप से जुडऩे के महत्व पर जोर दिया गया।

उन्होंने कहा कि मिशन कर्मयोगी के समान एक मिशन, जिसका उद्देश्य भारत में शासन और सिविल सेवकों की क्षमताओं को बढ़ाना है। विज्ञान कर्मयोगी भारत में वैज्ञानिक समुदाय में क्रांति ला सकता है। प्रो. शर्मा ने सभी वैज्ञानिक क्षेत्रों और आयु समूहों के शोधकर्ताओं के लिए विभिन्न फ़ेलोशिप की भी शुरुआत की। यह फ़ेलोशिप युवा वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं को उनके करियर के विभिन्न चरणों में समर्थन और मान्यता देता है, साथ ही विज्ञान और नवाचार के क्षेत्र में निरंतर योगदान को प्रोत्साहित करता है। प्रो. आशुतोष शर्मा ने वैज्ञानिक पत्रिकाओं और प्रकाशनों के क्षेत्र में भी गहन अध्ययन किया और शोध निष्कर्षों के प्रसार और वैज्ञानिक समुदाय के भीतर ज्ञान साझा करने को बढ़ावा देने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने युवा शोधकर्ताओं को भारतीय वैज्ञानिक पत्रिकाओं में शोध पत्र प्रकाशित करने के लिए भी प्रेरित किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता एम्स, भोपाल/जम्मू के अध्यक्ष डॉ. वाई.के. गुप्ता ने की।

पेटेंट, डिजाइन और ट्रेड माक्र्स महानियंत्रक (सीजीपीडीटीएम), डॉ. उन्नत पंडित ने भी युवा शोधकर्ताओं को पेटेंट के विभिन्न पहलुओं से परिचित कराया। उन्होंने बुनियादी बातों से लेकर पेटेंट के विभिन्न पहलुओं पर गहन चर्चा की और पेटेंट आवेदन की जटिल प्रक्रिया को स्पष्ट किया। डॉ. पंडित ने पेटेंट आवेदनों के मूल्यांकन में मौलिकता, नवीनता और औद्योगिक प्रयोज्यता के महत्व को रेखांकित करते हुए पेटेंट योग्य आविष्कार को परिभाषित करने वाले प्रमुख घटकों और मानदंडों के बारे में विस्तार से बताया।

हिन्दुस्थान समाचार/मनोज/संजीव

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