जींद : मौसम में आया बदलाव, किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें

जींद : मौसम में आया बदलाव, किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें
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जींद : मौसम में आया बदलाव, किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें


जींद, 14 अप्रैल (हि.स.)। दो दिनों से मौसम में आए बदलाव के चलते किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें दिखाई देने लगी है। आसमान पर बादल छाए रहने से किसानों को डर है कि बारिश होने से गेहूं की कटाई प्रभावित होने के साथ.साथ फसल को नुकसान होगा।

इन दिनों खेतों में गेहूं की कटाई का काम जोरों पर है। अधिकांश गांवों में किसान कंबाइन से ही गेहूं की कटाई करवा रहे है ताकि जल्द से जल्द मंडी फसल लेकर वो आ सकें। मंडी भी गेहूं की आवक हर रोज बढ़ रही है। मौसम में पहले आए बदलाव के साथ हुई ओलवृष्टि से गेहूं की फसल को नुकसान हुआ था। किसानों ने कहा कि इस बार फसल के अनुकूल मौसम नहीं रहा है। बेमौसमी बारिश से फसल को नुकसान हुआ है। अब भी आसमान पर बादल छाए होने से बारिश का डर बना हुआ है। किसान राजेश, सतपाल, महाबीर, चंद्र ने कहा कि दो दिनों से मौसम में बदलाव आया है। हवा चलने के साथ-साथ बादल छाए रहने से बारिश का डर भी बना हुआ है। इस बार फसल के अनुकूल मौसम नहीं रहा है।

मंडी में किसान जल्द से जल्द खेत में गेहूं की कटाई करके ला रहे है ताकि फसल को जल्दी बेच सकें। बारिश हो जाती है तो गेहंू की कटाई प्रभावित होगी साथ ही मंडी में जो फसल लेकर आए हंै वो भीग जाने से वो नहीं बिक सकेंगी। कुछ दिन मौसम ठीक रहता है तो किसानों को राहत मिलेंगी। मार्केट कमेटी सचिव संदीप कासनिया ने कहा कि मौसम में बदलाव के चलते जो फसल शैड के बाहर है उसको बारिश आने पर ढकने के लिए तिरपाल का पूरा प्रबंधन आढ़ती रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/ विजेंद्र/संजीव

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