जींद : चलती कारों में आग लगने से लगातार हो रहे है´ दर्दनाक हादसे
जींद, 9 मई (हि.स.)। चलती कार में आग लगने से हो रहे दर्दनाक हादसों को रोकने के लिए जींद विकास संगठन के अध्यक्ष डा. राजकुमार गोयल ने कार कंपनियों के मालिकों से मांग की है कि उन्हें इस मामले में गंभीरता से सोचना चाहिए। कारों में आग लगने की स्थिति में इमरजेंसी विंडो खुलने का प्रावधान जरूर होना चाहिए। गोयल ने साथ ही सरकार से मांग की है कि इस बारे में कार कंपनियों को ऐसी हिदायतें जरूर जारी करे कि आग लगने की स्थिति में कारों में इमरजेंसी विंडो खुलने का प्रावधान जरूर हो।
गुरुवार को राजकुमार गोयल ने कहा कि चलती कार में आग लगने के लगातार हादसे हो रहे है। आग लगने के बाद कार की पावर विंडो, सीट बैल्ट और सेंटर लॉक की सिस्टम फैल हो जाते हैं। जिससे दरवाजे, खिड़कियां खुल नही पाती और बड़ी दुर्घटनाएं घट जाती हैं। कुछ ही दिन पूर्व सालासर बालाजी धाम दर्शन कर आ रहा एक पूरा परिवार भी कार में आग लगने से जल कर राख हो गया। दो रोज पूर्व बरवाला से अग्रोहा रोड पर इस प्रकार का एक हादसा सामने आया जिसमें 15 साल का एक युवक कार में आग लगने से जिंदा जल गया। कार कंपनियों के मालिकों को इस प्रकार के बढ़ रहे हादसों की तरफ सख्ती से ध्यान देना चाहिए।
गोयल का कहना है कि कंपनियों को चाहिए कि कारों में ऐसा कोई सिस्टम लागू करें, जिससे आग लगने के बाद दरवाजे और खिड़कियों के लॉक सिस्टम फेल न हो सकें और इमरजेंसी की स्थिति में कारों के दरवाजे और खिड़कियां खुल सकंे या फिर कंपनियों को इमरजेंसी विंडो जैसा कोई प्रावधान करना चाहिए। जिससे आग लगने की स्थिति में तुरंत कार से बाहर निकला जा सके। गोयल का कहना है कि यह एक अहम विषय है। जिस पर कार कंपनियों को गंभीरता से सोचना होगा। गोयल ने साथ ही सरकार से मांग की है कि इस बारे में कार कंपनियों को ऐसी हिदायतें जरूर जारी करे कि आग लगने की स्थिति में कारो में इमरजेंसी विंडो खुलने का प्रावधान जरूर हो।
हिन्दुस्थान समाचार/ विजेंद्र/संजीव
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