जींद: श्री अयोध्या धाम से सफीदों नगरी पहुंचे पूजित अक्षत कलश

जींद: श्री अयोध्या धाम से सफीदों नगरी पहुंचे पूजित अक्षत कलश
WhatsApp Channel Join Now
जींद: श्री अयोध्या धाम से सफीदों नगरी पहुंचे पूजित अक्षत कलश


जींद, 1 जनवरी (हि.स.)। सफीदों में श्री अयोध्या धाम में आगामी 22 जनवरी को श्री राम मंदिर के लोकार्पण व रामलला प्रतिमा प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर पूजित अक्षत कलश विश्व हिंदू परिषद सफीदों नगर के अध्यक्ष जयदेव माटा की अध्यक्षता में जिला मंत्री प्रमोद गौतम तथा जिला संपर्क प्रमुख सचदेवा चौबे पूरे मान सम्मान के साथ सफीदों लेकर पहुंचे। पूजित अक्षत कलश का सफीदों पहुंचने पर सभी कार्यकर्ताओं ने जय श्रीराम के घोष के साथ स्वागत व अभिनंदन किया।

इन पूजित अक्षतों को विश्व हिंदू परिषद, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, बजरंग दल, दुर्गावाहिनी तथा मातृशक्ति के कार्यकर्ताओं ने घर-घर पहुंचने के कार्य का विधिवत शुभारंभ भक्ति योग आश्रम सरणाखेड़ी के संचालक पूज्य संत डा. शंकरानंद सरस्वती के करकमलों से करवाया। इस मौके पर विश्व हिंदू परिषद सफीदों नगर के अध्यक्ष जयदेव माटा, जिला उपाध्यक्ष अरविंद शर्मा, जिला मंत्री जिला मंत्री प्रमोद गौतम, जिला संपर्क प्रमुख सत्यदेव चौबे, राम सिंह, सुरेंद्र व सोनू विशेष रूप से मौजूद थे। अपने संबोधन में स्वामी शंकरानंद सरस्वती ने कहा कि श्री अयोध्या धाम से निमंत्रण के लिए पहुंचे पूजित अक्षत मिलना हम सबका परम सौभाग्य है। हमें इन्हें पूरे मान-सम्मान के साथ अपने घर के पूजा स्थल पर रखकर दोनों समय आरती करनी चाहिए। सुरक्षा व अन्य व्यवस्थाओं के कारण हमारा श्री अयोध्या धाम पहुंच पाना कठिन है। ऐसे में हर घर गली मोहल्ले के मंदिरों में 22 जनवरी को सामूहिक रूप से श्री सुंदरकांड का पाठ, श्री हनुमान चालीसा का पाठ, विजय महामंत्र का गुणगान, भजन कीर्तन के कार्यक्रम ज्यादा से ज्यादा करने चाहिए।

श्रद्धालुओं को घरों में न रहकर मंदिरों में एलईडी की विशेष व्यवस्था करवाकर सामूहिक रूप से श्री अयोध्या धाम की से प्रसारित कार्यक्रम का आनंद उठाना चाहिए।

विश्व हिंदू परिषद सफीदों नगर के अध्यक्ष जयदेव माटा, जिला मंत्री जिला मंत्री प्रमोद गौतम व जिला संपर्क प्रमुख सत्यदेव चौबे ने बताया कि कार्यकर्ताओं की अक्षत पूजन वितरण के लिए टोलिया बनाकर जिम्मेदारियां लगा दी गई हैं। सभी कार्यकर्ता घर-घर जाकर नवनिर्मित राम मंदिर का यंत्र, निमंत्रण व अक्षत ससम्मान पहुंचाएंगे। इसके अलावा पूजित अक्षत कलश स्थानीय बांके बिहारी मंदिर, शिव शक्ति मंदिर, महर्षि वाल्मीकि मंदिर में स्थापित करवाए जाएंगे। इसके अलावा 22 जनवरी को स्थानीय महाभारतकालीन प्रसिद्ध नागक्षेत्र सरोवर मंदिर परिसर में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ-साथ नगर के अनेक प्रमुख मंदिरों में भी अनेक प्रकार के धार्मिक अनुष्ठान होंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/ विजेंद्र/संजीव

हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्‍वाइन करने के लि‍ये  यहां क्‍लि‍क करें, साथ ही लेटेस्‍ट हि‍न्‍दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लि‍ये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लि‍ये  यहां क्लिक करें।

Share this story