विज्ञान की रूचि को समझकर विद्यार्थियों को सही दिशा दी जाए तो हम तैयार कर सकते भविष्य के महान वैज्ञानिक : प्रो. नरसी राम बिश्नोई

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विज्ञान की रूचि को समझकर विद्यार्थियों को सही दिशा दी जाए तो हम तैयार कर सकते भविष्य के महान वैज्ञानिक : प्रो. नरसी राम बिश्नोई


विज्ञान की रूचि को समझकर विद्यार्थियों को सही दिशा दी जाए तो हम तैयार कर सकते भविष्य के महान वैज्ञानिक : प्रो. नरसी राम बिश्नोई


भारत के विद्यार्थियों के बौद्धिक कौशल, वैज्ञानिक समझ व तकनीकी ज्ञान का सम्मान करती पूरी ​दुनियांगुजवि में चल रहे विज्ञान उत्सव के दूसरे दिन विद्यार्थियों से मिले कुलपतिहिसार, 5 फरवरी (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा है कि विज्ञान विषय सरल, रूचिकर और उपयोगी भी है। विज्ञान के अनेक पहलू हैं और हर विद्यार्थी के लिए विज्ञान का कोई न कोई पहलू अवश्य रूचिकर होता है। स्कूली स्तर पर विद्यार्थियों की विज्ञान की रूचि को समझकर उन्हें सही दिशा दी जाए तो हम भविष्य में निश्चित तौर पर महान वैज्ञानिक तैयार कर सकते हैं। कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई बुधवार को विश्वविद्यालय में चल रहे विज्ञान उत्सव के दूसरे दिन उनसे मिलने आए स्कूली विद्यार्थियों से बात कर रहे थे। कुलपति ने कहा कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में गुणवत्तापरक शोध व नवाचार से ही भारत वर्ष 2047 तक विकसित राष्ट्र के संकल्प को पूरा कर सकता है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि पूरी दुनिया भारत के विद्यार्थियों के बौद्धिक कौशल, वैज्ञानिक समझ व तकनीकी ज्ञान का सम्मान करती है। यही कारण है कि दुनिया की अधिकतर प्रतिष्ठित कंपनियों के प्रमुख पदों पर भारतीय बैठे हैं। विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय विज्ञान उत्सव में दूसरे दिन कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से संबंधित गतिविधियां शामिल रही। हिसार तथा आसपास के क्षेत्र से स्कूल तथा महाविद्यालयों के विद्यार्थी विज्ञान उत्सव में भाग लेने तथा देखने आ रहे हैं। पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ की प्रोफेसर एमेरिटस प्रो. सुमन बाला बेरी ने ‘क्रिएशन ऑफ यूनिवर्स’ विषय पर व्याख्यान दिया। प्रो. सुमन बाला बेरी ने मॉलिक्यूल के इतिहास तथा एटम से मॉलिक्यूल बनने की प्रक्रिया के बारे में प्रतिभागियों को जानकारी दी। उन्होंने रदरफोर्ड एटम से हिगपोसन की यात्रा के बारे में भी विस्तार से बताया। स्कूली विद्यार्थियों के लिए हुई प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में 36 विद्यालयोें की टीमों ने भाग लिया। उसके बाद महिला वैज्ञानिकों पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ के फिजिक्स विभाग की प्रो. सुमन बेरी, एचएयू की डा. शरनजीत धवन तथा लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय हिसार की प्रो. सुशीला मान ने विद्यार्थियों से विज्ञान उत्सव के विषयों के बारे में चर्चा की। एसपीएसटीआई की ओर से इसरो पर ओपन क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस क्विज में प्रतिभागियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। प्रतिभागी शिक्षकों के लिए हैंडस ऑन जियोमेट्री पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसके अतिरिक्त रोकेट मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। एसपीएसटीआई के मार्गदर्शन में रॉकेट लाँच की जाएगी। इसके बाद विश्वविद्यालय के महाराणा प्रताप स्टेडियम में स्काई वाच प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर साइंस उत्सव की नोडल ऑफिसर डीन एफपीएसटी प्रो. सुजाता सांघी, एसपीएसटीआई के अध्यक्ष धर्मवीर सिंह (सेवानिवृत आईएएस) व एसपीएसटीआई के सचिव प्रो. केया धर्मवीर उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर

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