रोहतक: अनाथ बेटी का विवाह करवाकर जिला प्रशासन ने कायम की मिसाल

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रोहतक: अनाथ बेटी का विवाह करवाकर जिला प्रशासन ने कायम की मिसाल


उपायुक्त की रही अग्रणी भूमिका, प्रशासन ने महसूस नहीं होने दी परिवार की कमी

पूरे रस्मों-रिवाज के साथ के साथ कराया विवाह

-उपायुक्त के नाम से ही विवाह का कार्ड छपवा कर दिया गया निमंत्रण

रोहतक, 2 फ़रवरी (हि.स.)। यहां जगन्नाथ आश्रम में रह रही एक अनाथ बेटी का विवाह जिला प्रशासन ने पूरी रस्मो रिवाज व हर्षाेल्लास के साथ संपन्न करवाकर एक मिसाल कायम की है। यह नेक कार्य करवाने में उपायुक्त अजय कुमार की अग्रणी भूमिका रही है। उपायुक्त के नाम से ही विवाह का कार्ड छपवा कर निमंत्रण दिया गया। युवती करिश्मा के रिश्ते से लेकर विवाह संपन्न होने तक सभी कार्य उपायुक्त की देखरेख में पूरे किए गए। उपायुक्त स्वयं भी विवाह कार्यक्रम में मौजूद रहे। उन्होंने अनाथालय में पली पढ़ी इस बेटी को आशीर्वाद भी दिया।

करिश्मा दो साल की उम्र से ही अनाथ आश्रम में रह रही थी और वहीं पर उसका पालन पोषण व पढ़ाई हुई।12वीं कक्षा की पढ़ाई करने के उपरांत इस बेटी ने अपना विवाह करने की इच्छा जताई थी। बाल भवन परिवार ने बेटी की इच्छा अनुसार उसके वर की तलाश के लिए विज्ञापन दिया। आवेदनों के आधार पर जिला प्रशासन ने दो बेहतर लडक़ों का चयन करके प्रस्ताव करिश्मा के सामने रखा। करिश्मा ने इन दोनों में से अपने वर के रूप में निकू का चयन किया। उपायुक्त अजय कुमार ने कहा कि बाल भवन में रह रही इस बेटी का विवाह पूरे रस्मों-रिवाज के साथ संपन्न किया गया है, ताकि यह बेटी अपने आप को अनाथ महसूस ना करें। पूरा प्रशासन इस बेटी का परिवार है।

हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की सचिव रंजीता मेहता ने कहा कि जगन्नाथ आश्रम में करिश्मा को पूरे लाड-प्यार से पालन-पोषण किया गया है और उम्मीद करते हैं कि उसके ससुराल वाले भी बेटी को पूरा मान-सम्मान देंगे। उन्होंने कहा कि विवाह कार्यक्रम में मिलनी, बैंड बाजा, मेहंदी, हल्दी व तेल आदि की तमाम रस्में पूरी की गई है, ताकि बेटी को परिवार की कमी ना खले। उन्होंने कहा कि ससुराल में एक बहू के व्यवहार व संस्कार क्या होने चाहिए, इस बारे पूरी तरह से करिश्मा को समझाया गया है। इस विवाह को करवाने में माइक्रोन ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज की भी प्रमुख भूमिका रही है।

महसूस नहीं हुई परिवार की कमीः करिश्मा

नव-नवेली दूल्हन करिश्मा ने अपने विवाह के अवसर पर कहा कि भले ही वह अनाथालय में पली व बढ़ी है, लेकिन कभी भी उसे परिवार की कमी महसूस नहीं होने दी गई। आज वह बेहद खुश है। क्योंकि उसके विवाह के अवसर पर उपायुक्त अजय कुमार सहित अनेक गणमान्य लोग उसके परिवार के सदस्यों की तरह साथ खड़े है। इस अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश निरजा कुलवंत कलसन, अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश नरेश कुमार, जिला परिषद की चेयरपर्सन मंजु हुड्डा, पूनम विग, निधिमा विग, अनिल मलिक सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/ अनिल/संजीव

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