हिसार का दंपति पहलगाम में जाकर मृतकोंं को देगा श्रद्धांजलि
चैनत निवासी बलजीत व उनकी पत्नी जाएंगे पहलगाम, बेटा व दामाद एयरफोर्स में
तैनात
हिसार, 26 अप्रैल (हि.स.)। जिले के हांसी उपमंडल के गांव चैनत के एक दंपति
ने पहलगाम हमले से द्रवित होकर बार्डर पर जाने व इस घटना के खिलाफ आवाज उठाने का ऐलान
किया है। ऐसा करते हुए उक्त दंपति जम्मू के पहलगाम के लिए रवाना हो गए हैं।
चैनत निवासी दपंति बलजीत व उनकी पत्नी नीलम शुक्रवार रात को पहलगाम
के लिए रवाना हुए। रात 9 बजे हांसी के हिसार चुंगी पर स्थित शहीद निशांत मलिक की प्रतिमा
पर श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद दंपति बलजीत व नीलम अपने निजी वाहन से पहलगाम के
लिए रवाना हुए। बलजीत सिंह का कहना है कि वह बॉर्डर पर जाकर देश की रक्षा में योगदान
देना चाहते हैं और आतंकवादियों से लोहा लेने को पूरी तरह तैयार हैं।
बलजीत ने कहा कि
जब देश को जरूरत है, तो किसान ही क्यों न सही, हर नागरिक को तैयार रहना चाहिए। अब वक्त
है कि हम अपने खेतों से निकलकर देश की सीमाओं पर खड़े हों। उनकी पत्नी ने भी हौंसले से कदम बढ़ाए और कहा कि जब पति देश सेवा के लिए तैयार हैं, तो वह भी हर कदम पर साथ
देने को तैयार हैं।
पहलगाम में हुए आतंकवादियों के हमले के बाद चनैत गांव निवासी बलजीत और उनकी
पत्नी नीलम को ठेस पहुंची है। बलजीत और नीलम का बेटा भारतीय एयरफोर्स में तैनात है।
उनका दामाद भी भारतीय एयरफोर्स में तैनात है।
देश सेवा का जज्बा लिए दंपती बलजीत व
नीलम गांव से पहलगाम के लिए रवाना हुए। उन्होंने हांसी पहुंचकर बलिदानी निशांत मलिक
चौक पर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने बताया कि अब दोनों पति-पत्नी अपने साथ कैंडल लेकर
पहलगाम जाएंगे। वहां पर कैंडल मार्च कर इस हमले में प्राण देने वाले लोगों को श्रद्धांजलि
अर्पित करेंगे। इसके बाद वे बार्डर पर जाकर इस कायराना हमले के लिए आवाज उठाएंगे। यदि
इन सब में दोनों को जान भी देनी पड़ी तो वो देश के लिए सबसे पहले अपने प्राणों की आहुति
देने का काम करेंगे। क्षेत्र के नागरिक बलजीत व नीलम के इस जज्बे को सलाम कर रहे हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर

