हिसार: पर्यावरण संरक्षण वर्तमान समय की सबसे बड़ी वैश्विक चुनौती: नरसी राम बिश्नोई
गुरु जम्भेश्वर महाराज के सिद्धांतों को अपनाकर ही किया जा सकता चुनौती का सामना
हिसार, 5 मई (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा है कि पर्यावरण संरक्षण वर्तमान समय की सबसे बड़ी वैश्विक चुनौती है। गुरु जम्भेश्वर जी महाराज के सिद्धांतों को अपनाकर ही इस चुनौती का सामना किया जा सकता है। कार्बन उत्सर्जन कम करने के साथ-साथ अधिक से अधिक पेड़ लगाना अत्यंत आवश्यक है। वे बुधवार को विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य पर विश्वविद्यालय के गुरु जम्भेश्वर जी महाराज धार्मिक अध्ययन संस्थान परिसर में पौधारोपण करने के उपरांत अपना संदेश दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पर्यावरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता लगातार बढ़ा रहा है। विश्वविद्यालय लगातार पर्यावरण फ्रेंडली योजनाएं बना रहा है तथा उन्हें लागू कर रहा है। पौधारोपण की दिशा में विश्वविद्यालय द्वारा प्रतिवर्ष कई हजार पौधे न केवल रोपित किए जाते हैं, बल्कि उनका संरक्षण भी किया जाता है। उन्होंने रोपित किए गए पौधों की भी लगातार देखभाल करने का आह्वान करते हुए कहा कि गर्मी के भयंकर मौसम में विशेषकर छोटे पौधों को अतिरिक्त संरक्षण की जरूरत होती है।
कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर ने कहा कि हर व्यक्ति को पौधारोपण करना चाहिए ताकि पर्यावरण संरक्षण में वे अपना योगदान दे सकें। इस अवसर पर प्रो. संदीप राणा, प्रो. देवेन्द्र कुमार, प्रो. संजीव कुमार, प्रो. योगेश चाबा, प्रो. मनोज दयाल, प्रो. संदीप आर्य, प्रो. खुजान सिंह, प्रो. किशनाराम बिश्नोई, डा. बिजेन्द्र दहिया, रघुवीर सुंडा व पाला राम उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव
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