जींद: सरकारी अस्पतालों के चिकित्सक आठ व नौ को करेंगे पूर्ण हड़ताल

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जींद: सरकारी अस्पतालों के चिकित्सक आठ व नौ को करेंगे पूर्ण हड़ताल


जींद, 6 दिसंबर (हि.स.)। हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन आठ और नौ दिसंबर को पूर्ण हड़ताल पर रहेंगे। हड़ताल को लेकर शनिवार को एसोसिएशन सदस्यों ने मंथन किया और हड़ताल को सफल बनाने के लिए रणनीति तैयार की। एसोसिएशन ने चेताया कि सरकार से एसोसिएशन की वार्ता चल रही है। अगर मांगें पूरी नहीं होती हैं, तो हर हाल में आठ और नौ दिसंबर को पूर्ण हड़ताल रखी जाएगी। यदि फिर भी बात नहीं बनी तो 10 दिसंबर से सरकारी अस्पतालों के चिकित्सक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।

चिकित्सकों की मांगों में एसएमओ भर्ती में सुधार और एसीपी शामिल है। इस मौके पर डा. रघुबीर पूनिया, डा. संदीप मलिक, डा. विशाल सांगवान, डा. मनदीप, डा. मनजीत, डा. प्रमोद, डा. अभिनव भी मौजूद रहे। हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन के राज्य संयोजक और जिला प्रधान डा. बिजेंद्र ढांडा व डा. राजेश भोला ने बताया कि पिछले वर्ष सरकार ने वादा किया था कि डायरेक्ट एसएमओ की भर्ती बंद की जाएगी और सभी एसएमओ पद प्रमोशन से ही भरे जाएंगे। सर्विस रूल्स में संशोधन के लिए सहमति भी बनी थी लेकिन आज तक न नियम बदले गए और न ही भर्ती प्रक्रिया में कोई सुधार हुआ। इस कारण प्रदेशभर में एसएमओ पद खाली पड़े हुए हैं।

उन्होंने कहा कि एचसीएमएस डाक्टरों को केंद्र के समान चार एसीपी देने की मांग पर भी सरकार ने गंभीरता नहीं दिखाई है। डॉक्टरों के आंदोलन के बाद तीन एसीपी (एश्योर्ड करियर प्रोग्रेशन) देने पर सहमति बनी थी। ये थे पांच वर्ष पर 6600 ग्रेड पे 10 वर्ष पर 8000 ग्रेड पे और 15 वर्ष पर 9500 ग्रेड पे। यह प्रस्ताव मुख्यमंत्री और वित्त विभाग ने स्वीकार कर लिया था, लेकिन एक वर्ष बीत जाने पर भी इसकी अधिसूचना जारी नहीं की गई है। एसोसिएशन ने आरोप लगाया कि सरकार खुद स्वीकृत फैसलों को भी लागू करने में कोई रुचि नहीं दिखा रही। जिसके चलते एसोसिएशन ने निर्णय लिया है कि आठ व नौ दिसंबर को ओपीडी, इमरजेंसी, लेबर रूम, ओटी, पोस्टमार्टम सहित सभी सेवाएं पूरी तरह बंद रहेंगी। एसोसिएशन ने कहा कि यदि इसके बाद भी सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो 10 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने मांग की कि एसएमओ की सीधी भर्ती पर रोक लगाई जाए। स्पेशलिस्ट को कंपनसेशन दिया जाए।

हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा

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