सोनीपत: साइबर फ्रॉड करने वाले दस आरोपी गिरफ्तार किए
-साइबर अपराध करने वाले मध्यप्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड व हरियाणा से संबंधित
ठगी गई रकम से 2 लाख 70 हजार रुपये व दस फोन बरामद किए
सोनीपत, 4 मई (हि.स.)। साइबर पुलिस को साइबर धोखाधड़ी अपराध के मामले में बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने 10 अपराधियों को मध्यप्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड व हरियाणा अलग-अलग राज्यों से गिरफ्तार किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मामले के अनुसार ग्रांड स्क्वायर अपार्टमेंट, कुंडली निवासी प्राणतोष ने 13 मार्च थाना साइबर सोनीपत में शिकायत दी कि वेल स्टॉक नामक ऑनलाइन ऐप के माध्यम से 14.65 लाख रुपये जमा किए। अब तक यह 69.54 लाख रुपये हो गए हैं। 22 फरवरी 24 को उसे एक संदेश मिला कि इस खाते को बनाए रखने के लिए आपकी धनराशि बहुत कम है। आपको 50 लाख रुपये और जमा करने होंगे। उसने और पैसे जमा करने से मना किया और पैसे निकालने के लिए आवेदन किया तो जवाब आया कि आपके निकासी अनुरोध को सफलतापूर्वक संशोधित करने में असमर्थ हैं। अमेरिकी कर प्रणाली के अनुसार किसी व्यक्ति की 60 हजार और डेढ लाख रुपये के बीच की वार्षिक आय 30 प्रतिशत व्यक्तिगत आयकर के अधीन है। आपका कर 1256245 रुपये बनता है अपने खाते से पैसा निकालने से पहले यह टैक्स देना होगा। फर्जी बैंक खातों में मेरे 14 लाख 65 हजार रुपये की धोखाधड़ी भी गई है। इस पर पुलिस ने केस दर्ज किया।
भारत में कुल 51 शिकायतें व केस दर्ज पाए गए
पूर्वी सोनीपत पुलिस उपायुक्त गौरव राजपुरोहित ने शनिवार को बताया कि साइबर थाना प्रबंधक निरीक्षक बसंत कुमार की पुलिस टीम ने वर्ष 2024 के मार्च माह में थाना साइबर सोनीपत में दर्ज साईबर फ्रॉड के एक मुकदमे में कारवाई करते हुए 10 साइबर अपराधियों को देश के अलग अलग राज्यों से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों से ठगी किए हुए रुपयों में से दो लाख 70 हजार रूपये भी बरामद किए हैं। अलग-अलग अपराधियों से 10 मोबाइल फोन, 80 चेक बुक, 32 पासबुक, 78 एटीएम कार्ड, 09 आधारकार्ड, 04 पेन कार्ड व 02 लेपटोप बरामद किये हैं। पुलिस टीम द्वारा आरोपियों को न्यायालय के आदेश से पुलिस रिमांड पर लेकर उनसे पूछताछ की गई है। प्राप्त डाटा के अनुसार आरोपियों के खिलाफ पूरे देश में 51 शिकायतें व केस दर्ज पाए गये हैं। इन शिकायतों, मुकदमों में ज्यादातर वाट्सऐप्प या टेलीग्राम पर लिंक भेजकर,पार्ट टाईम जॉब, ऑन लाअन ट्रेडिंग की ट्रेनिंग के नाम पर, स्टॉक इन्वेस्टमेंट की नई-नई स्कीम बताकर आदि अलग-अलग तरीके से फर्जीवाड़ा कर धोखाधड़ी की जाती है।
साइबर अपराधियों से सावधान रहें : राजपुरोहित
पुलिस उपायुक्त गौरव राजपुरोहित ने बतलाया कि साइबर अपराधी सबसे पहले आपके पास व्हाट्स ऐप या मेसेज के द्वारा आपके पास लिंक भेजेंगे, फिर आपको नामी कंपनियों के नाम से बनाए फ़र्ज़ी टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ देंगे, जिसके बाद उस ग्रुप में उन्हीं के आदमियों द्वारा आपको शेयर ट्रेडिंग में तुरंत भारी लाभ होने का लालच दिया जाएगा, जिस लालच में आकर हम अपनी गाढ़ी कमाई साइबर अपराधियों को दे देते है। लालच में ना आए, अगर आपके साथ भी ऐसा या आपके आस पास किसी को भी साइबर वितीय अपराध घटित होता है तो ऐसी स्थिति में तुरंत 1930 डायल करें।
हिन्दुस्थान समाचार/ नरेंद्र//संजीव
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