चुनौतियों से भागें नहीं, उनका सामना करें विद्यार्थी: नरसी राम बिश्नोई

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चुनौतियों से भागें नहीं, उनका सामना करें विद्यार्थी: नरसी राम बिश्नोई


चुनौतियों से भागें नहीं, उनका सामना करें विद्यार्थी: नरसी राम बिश्नोई


इंटेग्रेटिड एमबीए व इंटेग्रेटिड एमकॉम के नव आगंतुक विद्यार्थियों के लिए ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित

हिसार, 6 अगस्त (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा है कि नए आगंतुक विद्यार्थियों का विश्वविद्यालय में आगमन एक नए अध्याय का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी चुनौतियों से भागें नहीं, उनका सामना करें तथा चुनौतियों के निपटान में अपने शिक्षकों की मदद लें और विद्यार्थी अपना अध्याय स्वयं लिखें। प्रो. नरसी राम बिश्नोई विश्वविद्यालय के हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस के सौजन्य से विश्वविद्यालय के चौधरी रणबीर सिंह सभागार में मंगलवार को इंटेग्रेटिड एमबीए व इंटेग्रेटिड एमकॉम के नव आगंतुक विद्यार्थियों के लिए शुरू हुए ओरिएंटेशन कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।

प्रतिष्ठित उद्यमी पवनीश कुमार व विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि विद्यार्थी विश्वविद्यालय में उपलब्ध सुविधाओं का फायदा उठाएं तथा विश्वविद्यालय में जारी एनएसएस, एनसीसी, कल्चरल, सेमिनार व अन्य गतिविधियों में भी भाग लें। विश्वविद्यालय का हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस शैक्षणिक उत्कृष्टता का प्रतीक है। यह देश के उद्यमियों को तैयार करने का एक मंच प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि अपनी डिग्री के साथ-साथ विद्यार्थी विश्वविद्यालय में उपलब्ध दूरस्थ शिक्षा व ऑनलाइन कोर्स कर सकते हैं तथा अपने कौशल को विकसित कर रोजगार योग्य बना सकते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों के सफल विद्यार्थी जीवन व उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने आयोजकों को भी इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए बधाई दी।

कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि विश्वविद्यालय की स्थापना 29 वर्ष पहले महान पर्यावरणविद् गुरु जम्भेश्वर जी महाराज के नाम पर हुई थी। गुरु जम्भेश्वर महाराज द्वारा स्थापित 29 सिद्धांतों का पालन यह विश्वविद्यालय करता है। 372 एकड़ में फैले इस विश्वविद्यालय में जहां स्थापना के समय केवल 18 पेड़ थे, वहीं अब विश्वविद्यालय में पांच हजार बड़े पेड़ लगे हुए हैं। विश्वविद्यालय में हर वर्ष 4000-5000 नए पौधे रोपित किए जाते हैं। हरियाणा सरकार की 'एक पेड़ मां के नाम' स्कीम के तहत यह विश्वविद्यालय पर्यावरण संरक्षण में अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने नव आगंतुक विद्यार्थियों से एक पौधा रोपित करने तथा उसकी देखभाल करने का आह्वान किया।

विशिष्ट अतिथि पवनीश कुमार ने भी नवआगंतुक विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय में आगमन के लिए बधाई दी। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि एमबीए व एमकॉम के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। भारत में रोजगार की कमी नहीं है, बेसिक कौशल को बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने विद्यार्थियों से कौशल को बढ़ाने तथा अंग्रेजी भाषा में कम्युनिकेशन स्किल्स को बढ़ाने के लिए कहा।

कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर ने विद्यार्थियों को शीर्ष 100 बिजनेस स्कूलों में शामिल हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस में दाखिला लेने के लिए बधाई दी और कहा कि आप बहुत भाग्यशाली हैं जो कि बिजनेस वर्ल्ड में कौशल व ज्ञान विकसित करने वाले इस सुंदर कैम्पस में आए हैं। उन्होंने कहा कि विश्व कौशलयुक्त विद्यार्थियों की राह देख रहा है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी अपने कौशल विकास के साथ-साथ लीडरशिप व प्रबंधन की भावना का भी विकास करें।

निदेशक प्रो. विनोद कुमार बिश्नोई ने स्वागत संबोधन किया। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस के पूर्व विद्यार्थी विश्व भर में प्रतिष्ठित पदों पर सेवारत हैं। अधिष्ठाता प्रो. कर्मपाल नरवाल ने अपने धन्यवाद सम्बोधन में कहा कि नवआगंतुक विद्यार्थियों के लिए यह एक विशेष सत्र है।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर / संजीव शर्मा

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