हिसार : लोकसभा क्षेत्र में रणजीत, नैना व दिग्विजय का जोरदार विरोध
रणजीत व दिग्विजय ने हिसार में तो नैना ने उचाना में झेला विरोध
किसान बोले, वोट भाजपा के खिलाफ दिया, आप भाजपा के साथ जाकर बैठ गए
हिसार, 2 मई (हि.स.)। हिसार लोकसभा क्षेत्र के गांवों में प्रचार के लिए जा रहे भाजपा व जजपा के उम्मीदवारों का विरोध लगातार जारी है। किसान संगठन व महिलाएं लगातार उनका विरोध करते हुए सत्ताकाल के दौरान अत्याचार करने के आरोप लगा रहे हैं। इसी कड़ी में गुरुवार को हिसार जिले में भाजपा उम्मीदवार रणजीत सिंह व जजपा नेता दिग्विजय चौटाला का विरोध हुआ वहीं उचाना क्षेत्र में प्रचार के लिए गई जजपा उम्मीदवार नैना चौटाला को विरोध झेलना पड़ा।
भाजपा उम्मीदवार रणजीत सिंह चौटाला का जिले के गांव खरड़ अलीपुर व नियाणा में ग्रामीणों ने विरोध किया। नियाणा में महिला ने काले झंडे दिखाकर और खरड़ अलीपुर गांव में किसानों ने नारेबाजी करके विरोध जताया। इसी तरह सरसौद में ग्रामीणों में रणजीत चौटाला से विकास कार्यो का हिसाब मांगा। चुनाव प्रचार की कड़ी में रणजीत चौटाला अपने काफिले के साथ गांव खरड़ अलीपुर में पहुंचे, जहां मौजूद किसानों ने उनका जमकर विरोध किया। इस दौरान रणजीत चौटाला गाड़ी से निकलकर बाहर आए। किसान नेता कुलदीप खरड़ ने बताया कि किसानों ने सवाल किया कि स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू क्यों लागू नहीं की गई, पंजाब के किसान शुभकरण को गोली क्यों मारी गई। इसके अलावा अन्य मुद्दों पर सवाल जबाब किए। इस दौरान रणजीत चौटाला ने किसानों से वीडियो न बनाने के लिए कहा। इस पर किसानों ने नारेबाजी शुरू कर दी और विरोध प्रदर्शन को देखते हुए रणजीत चौटाला वहां से चले गए। विरोध की सूचना मिलने पर पहले ही गांव अर्धसैनिक बल को तैनात किया गया था।
इसी तरह बरवाला हलके के गांव सरसौद में चौपाल में रणजीत चौटाला वोटों की अपील करने के लिए पहुंचे। इस दौरान जब रणजीत चौटाला ने भाषण शुरू किया तो वहां मौजूद किसान व ग्रामीणों ने चौटाला ने सवाल जबाब शुरू कर दिए। भ्याण खाप के युवा अध्यक्ष नरेश भ्याण ने बताया कि कार्यक्रम में रणजीत चौटाला से पूछा कि आप गांव में छह महीने पहले आए थे, इस दौरान आपसे गांव की बिजली की तारे, खंबे बदलवाने, सोलर कनेक्शन और नए बिजली कनेक्शन करवाने की मांग की थी, जो आज तक पूरी नहीं हुई।
इस पर रणजीत ने जबाब दिया कि वे गांव में कब आए थे उन्हें याद नहीं है। इस पर मौके मौजूद किसान भड़क गए और नारेबाजी शुरू कर दी। जवाब में रणजीत के समर्थकों ने भी नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद वहां से चले गए।
नियाणा गांव के पंचायत घर में ग्रामीणों ने रणजीत चौटाला का कार्यक्रम किया था। इसके तहत भाजपा उम्मीदवार चौटाला वहां अपने काफिले के साथ पहुंचे। इसके विरोध में खड़े किसान व महिलाओं काले झंडे दिखाते हुए जमकर नारेबाजी की। रणजीत चौटाला आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे, लेकिन लगातार नारेबाजी व विरोध को देखते हुए बिना भाषण दिए ही निकल गए।
इसी तरह हिसार लोकसभा से जजपा उम्मीदवार नैना चौटाला के पक्ष में प्रचार के लिए पहुंचे उनके छोटे बेटे दिग्विजय चौटाला का भी जमकर विरोध हुआ। जिले के गांव सिवानी बोलान और कनोह में दिग्विजय चौटाला को किसानों ने गांव में ही नहीं घुसने दिया। किसान उनके काफिले को रोक कर खड़ा हो गए और उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सिवानी बोलान में दिग्विजय चौटाला अपनी गाड़ी से उतर कर किसानों से मिलने के लिए भी पहुंचे। किसानों के सवालों के जबाब दिए। किसानों ने कहा कि जब किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए सड़क पर कीलें गाड़ दी थी, तब आप सत्ता का सुख भोग रहे थे। उस दौरान आपने किसानों की सुध नही ली। अब हम भी आपको गांव में घुसने नही देंगे। इसके बाद दिग्विजय चौटाला कुलेरी गांव की तरफ चले गए।
सिवानी बोलान निवासी किसान अजय सिहाग ने बताया कि दिग्विजय चौटाला का गांव में दो-तीन जगहों पर निजी कार्यक्रम था। इसकी जानकारी मिलने पर गांव के मेन रोड पर इंट्री गेट पर किसान विनोद सिहाग उर्फ भूरा, आंनद, सतबीर, कृष्ण नंबरदार, प्रदीप, सोनी, सुनील सहित अन्य किसान यूनियन के झंडे लेकर खड़े हो गए और उनका विरोध किया। किसानों ने दिग्विजय चौटाला से कहा कि भाजप के खिलाफ आपको वोट दिए थे, लेकिन आपने भाजपा के साथ क्यों गए। इस पर उन्होंने कहा कि वह कब गए हैं। इसके बाद दिग्विजय चौटाला ने किसानों से जुड़े मुद्दे पर सवाल किए। दिग्विजय चौटाला ने अपनी गलती मांनी लेकिन किसान संतुष्ट नहीं हुए। इसके बाद किसानों ने दिग्विजय चौटाला को गांव में नहीं जाने दिया। दिग्विजय चौटाला के साथ राजेंद्र लितानी, अनिल बालकिया, बबलू गोदारा व अन्य नेता थे।
कनोह गांव में भी जजपा नेता दिग्विजय चौटाला को किसानों ने गांव में नहीं घुसने दिया। इस दौरान जमकर नारेबाजी की और उनको काले झंडे दिखाए। किसानों ने दिग्विजय चौटाला से किसान आंदोलन से जुड़े सवाल जवाब किया। विरोध को देखते हुए दिग्विजय चौटाला गांव से अपने काफिले के साथ निकल गए।
हिसार लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाले उचाना विधानसभा क्षेत्र में प्रचार के लिए कई जजपा उम्मीदवार नैना चौटाला भी विरोध से अछूती नहीं रही। उचाना से दुष्यंत चौटाला विधायक हैं। गुरुवार की सुबह दुष्यंत चौटाला की मां नैना चौटाला प्रचार के लिए उचाना विधानसभा के गांव तारखां पहुंची थीं। यहां जजपा नैना चौटाला के स्वागत का कार्यक्रम था। ग्रामीण पहले से ही जुटना शुरू हो गए थे। जैसे ही नैना चौटाला का काफिला गांव में पहुंचा वैसे ही ग्रामीणों ने उनका विरोध करना शुरू कर दिया। इसके बाद नैना चौटाला के समर्थक भी ग्रामीणों के सामने आ गए और विरोध करने से मना किया। इसके बाद दोनों गुटों में बहस हो गई, मगर गांव के मौजिज लोगों ने बीच में आकर स्थिति को संभाल लिया। नैना चौटाला की गाड़ियों का काफिला जैसे ही गांव में घुसा वैसे ही ग्रामीणों ने काले झंडे दिखाने शुरू कर दिए। ग्रामीणों ने मुर्दाबाद के नारे भी लगाए।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव
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