सोनिया त्रिखा ने एचपीएससी सदस्य पद की ली शपथ
राजभवन में मुख्यमंत्री आदि की मौजूदगी में राज्यपाल दत्तात्रेय ने त्रिखा को दिलाई शपथ
सोनिया ने स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक के पद से सोमवार को ली थी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति
चंडीगढ़, 12 दिसंबर (हि.स.)। हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने राजभवन में मंगलवार को हरियाणा लोक सेवा आयोग की सदस्य के रूप में डॉ. सोनिया त्रिखा को पद, निष्ठा एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल सहित कई गणमान्य भी उपस्थित थे।
सोनिया त्रिखा स्वास्थ्य के क्षेत्र से जुड़ी रही हैं। उन्होंने सोमवार की शाम ही हरियाणा सरकार के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक के पद से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी। अप्रैल 2022 से हरियाणा सरकार के महानिदेशक स्वास्थ्य सेवा के रूप में डॉ त्रिखा ने कार्य कर रही थी। डॉ. त्रिखा ने राज्य में सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणालियों को बदलने और बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई।
अपने 25 वर्ष के कार्यकाल में सोनिया ने विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ़ तथा एशियन डेवलपमेंट बैंक में भी वर्षों तक स्वास्थ्य सलाहकार के रूप में भी सेवाएं दीं। सोनिया त्रिखा ने दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज से वर्ष 1991 में गोल्ड मेडल विशिष्टता के साथ एमबीबीएस और वर्ष 1995 में प्रसूति/स्त्री रोग विज्ञान में एमडी की डिग्री हासिल की। उन्होंने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय से स्वास्थ्य एवं अस्पताल प्रबंधन से वर्ष 2009 में स्नातकोत्तर डिप्लोमा तथा लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन जैसे प्रसिद्ध संस्थान से वर्ष 2013 में सार्वजनिक स्वास्थ्य में एमएससी की डिग्री हासिल की।
डॉ. त्रिखा ने अक्टूबर 2014 - अक्टूबर 2015 तक नई दिल्ली में एशियाई विकास बैंक (एडीबी) में शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल विशेषज्ञ के पद पर काम किया। इससे पहले वे यूनीसेफ के दिल्ली स्थित कार्यालय में फरवरी 2010-फरवरी 2012 के बीच एचआईवी एवं एड्स विशेषज्ञ के तौर पर कार्यरत रहीं। इसी कार्यालय में वे जनवरी 2009-फरवरी 2010 तक स्वास्थ्य अधिकारी (मातृ एवं नवजात देखभाल) के पद पर कार्यरत रहीं। जून 2007-जुलाई 2008 तक उन्होंने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) भारत के दिल्ली स्थित कार्यालय में राष्ट्रीय सलाहकार, परिवार एवं प्रजनन स्वास्थ्य के पद पर काम किया।
जुलाई 2004 - जून 2007 तक वे राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी, चंडीगढ़ में परियोजना निदेशक के पद पर कार्यरत रहीं। इस दौरान उनके प्रयासों से माध्यमिक देखभाल सुविधा केंद्रों में विशेष कोविड आपातकालीन विभाग और आईसीयू स्थापित किए गए। उन्होंने जिला अस्पताल पंचकूला में 14 बिस्तरों वाली गहन देखभाल इकाई (आईसीयू) की स्थापना की पहल और नेतृत्व किया।
हिन्दुस्थान समाचार/संजीव/सुनील
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