हिसार : एसआईटी करेगी राजकुमार फौजी आत्महत्या मामले की जांच, एएसपी करेंगे नेतृत्व
एसआईटी में होंगे पांच सदस्य, परिजन भी होंगे जांच में शामिल
एसपी से सहमति के बाद दाह संस्कार को माने परिजन व समिति सदस्य
हिसार, 28 अक्टूबर (हि.स.)। सेक्टर 1-4 निवासी एवं उपायुक्त कार्यालय में ग्रुप डी पद पर कार्यरत राजकुमार फौजी सुसाइड मामले की जांच एएसपी राजेश कुमार मोहन के नेतृत्व में गठित एसआईटी करेगी। एसआईटी में पांच सदस्य शामिल होंगे और जांच कमेटी में परिवार के पांच सदस्यों को भी शामिल किया जाएगा। यह आश्वासन पुलिस अधीक्षक दीपक सहारन ने उनसे मिलने पहुंचे राजकुमार फौजी न्याय संघर्ष समिति के पदाधिकारियों को दिया। उनके इस आश्वासन के बाद समिति सदस्यों व परिजनों ने शव का दाह संस्कार का निर्णय लिया वहीं चेतावनी दी कि यदि सभी आरोपी गिरफ्तार नहीं हुए तो 13 नवंबर को आईजी कार्यालय का घेराव किया जाएगा।
इससे पहले सीआरपीएफ के पूर्व सैनिक के परिजनों व उनके समर्थन में आए संगठनों ने सोमवार को लघु सचिवालय के समक्ष प्रदर्शन किया और धरना दिया। इस दौरान एक कमेटी ने पुलिस अधीक्षक से मुलाकात और एसआईटी गठन करने व आरोपियों को गिरफ्तार करने के आश्वासन के बाद राजकुमार के शव का दाह-संस्कार का निर्णय लिया। बैठक की अध्यक्षता सुरेश कुमार दुर्जनपुर ने की। एसआईटी टीम के सदस्य शहर थाना एसएचओ ने धरने पर पहुंचकर सभी आरोपितों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया और बताया कि एसआईटी में पांच सदस्य होंगे। इसके अलावा परिवार के भी पांच सदस्य जांच कमेटी में शामिल रहेंगे।
राजकुमार फौजी के भाई सरदानंद राजली ने बताया कि सोमवार को सुसाइड के छह दिनों बाद सीआरपीएफ के पूर्व सैनिक का दाह-संस्कार हुआ है।
एसपी से वार्तालाप में बताया गया कि एसआईटी गठित कर दी गई है, जिसका इंचार्ज एएसपी राजेश कुमार मोहन को बनाया गया है। पुलिस तह तक जाएगी और कोई भी आरोपी नहीं बख्शा जाएगा। पुलिस के आश्वासन के बाद राजकुमार फौजी न्याय समिति की बैठक हुई जिसमें सभी ने दाह-संस्कार की सहमति दी और आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया।
न्याय संघर्ष समिति ने पुलिस प्रशासन को 10 दिन का समय दिया और चेताया कि अगर आरोपितों को गिरफ्तार नहीं किया जाता तो 13 नवंबर को आईजी का घेराव किया जाएगा। इसके तहत सभी 13 नवंबर को सुबह 10 बजे क्रांतिमान पार्क में एकत्रित होंगे जिसमें पूरे हरियाणा के सामाजिक संगठनों व परिवार के लोग शामिल होंगे। न्याय समिति ने एसपी के सामने इस केस के लिए सीबीआई जांच की मांग रखीं हैं। न्याय समिति के सदस्यों ने कहा कि हम फौजी को न्याय दिलाने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे।
इससे पहले धरने पर राजकुमार फौजी के परिजन, दलित अधिकार मंच, किसान सभा के नेता, सीपीआईएम पार्टी, बीएसपी पार्टी, जय किसान आंदोलन, सीआईटीयू, खेत मजदूर यूनियन, भीम आर्मी, संयुक्त किसान मजदूर यूनियन सहित अन्य सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि पहुंचे। सीआरपीएफ के सेवानिवृत जवान राजकुमार फौजी का सुसाइड के छह दिन बाद दाह संस्कार हुआ। पुलिस अधिकारियों के आश्वासन व संघर्ष समिति की सहमति के बाद परिजन व अन्य राजकुमार फौजी का शव लेकर अग्रोहा से उनके घर सेक्टर 1-4 हाऊसिंग बोर्ड स्थित मकान में पहुंचे। इसके बाद राम नगर स्थित शमशान घाट में दाह-संस्कार किया गया।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर
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