यमुनानगर: इमरजेंसी के दौर में श्याम सिंह राणा राजनीति में आए
यमुनानगर, 17 अक्टूबर (हि.स.)। श्याम सिंह राणा रादौर विधान सभा से हाल ही मे (2024) मे बीजेपी के विधायक निर्वाचित हुए और उन्हें नायब सरकार में राज्यमंत्री बनाया गया है।
श्याम सिंह राणा गांव चनालहेङी जिला कुरुक्षेत्र के मूल निवासी एवं एक बड़े राजपूत जमींदार हैं। इनका राजनैतिक सफर इमरजेंसी के दौरान वर्ष 1975 में शुरू हुआ जब कॉलेज की पढ़ाई छोड़कर पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चंद्रशेखर के मार्ग दर्शन में जनता पार्टी में शामिल हुए। इस दौरान जनता पार्टी ने उन्हें पेहवा का मंडल अध्यक्ष, कुरुक्षेत्र का जिला अध्यक्ष, राष्ट्रीय सचिव व पंजाब, हिमाचल व जम्मू काश्मीर का प्रभारी बनने का गौरव प्राप्त हुआ। इसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चंद्रशेखर व पूर्व उपप्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल के नेतृत्व में जनता दल का गठन हुआ। जिसमें उन्हें अहम पदों पर कार्य करने का मौका मिला। बाद में जनता दल दो फाड़ हो गये और पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर द्वारा अपनी अलग समाजवादी पार्टी बना ली। जिसमें श्याम सिंह राणा ने चंद्रशेखर के साथ मिलकर मई 2007 तक काम किया। वर्ष 1991 में कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से जनता पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ा और 1,82,758 मत प्राप्त कर दूसरे स्थान पर रहे। सिर्फ 30 हजार के मामूली अन्तर से हार गए। 1996 में करनाल लोकसभा का चुनाव लड़ा 1,26,606 मत प्राप्त कर तीसरे स्थान पर रहे।बाद में जनता दल दो फाड़ हो गया और पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर द्वारा अपनी अलग समाजवादी पार्टी बना ली। 1998 में एक बार फिर कुरुक्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ा लेकिन कामयाबी नही मिली। लेकिन हिम्मत नही हारी और स्व. चंद्रशेखर के साथ मिलकर मई 2007 तक जनता के बीच रहकर काम किया।
जून 2007 में समाजवादी पार्टी छोड़कर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। वर्ष 2009 से 2014 तक लगातार छह वर्ष तक भाजपा के यमुनानगर के जिला अध्यक्ष रहे। भाजपा में इन्हें प्रदेश कार्यकारिणी का सदस्य होने का भी गौरव मिला। वर्ष 2009 में भाजपा ने उन्हें रादौर विधानसभा का टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा। मगर उस समय रादौर में पार्टी का संगठन कमजोर होने की वजह से उन्हें कुल 13 हजार 750 वोट मिलें और वह चुनाव हार गए। मगर संघर्ष जारी रखा और रादौर में संगठन को मजबूत किया।
भाजपा ने उन्हें दूसरी बार रादौर से वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में चुनाव मैदान में उतारा। इस चुनाव में श्याम सिंह राणा को 66 हजार 700 मत प्राप्त कर विधायक निर्वाचित हुई । बाद में उन्हें हरियाणा सरकार के मुख्य संसदीय सचिव के पद पर आसीन किया गया। वर्ष 2019 मे उन्हें बीजेपी से टिकट नहीं मिला किन्तु बगावत नहीं की । किसानों के हितों की रक्षा नहीं होने से दुखी होकर बीजेपी पार्टी के सभी पदों से त्यागपत्र दे दिया और इनेलो में शामिल हुए और राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारी बने। 12 मार्च 2024 को राज्य सरकार में नेतृत्व परिवर्तन हुआ और मनोहर लाल के स्थान पर नायब सिंह सैनी मुख्यमंत्री बने। उन्होंने 5 जुलाई 2024 को श्याम सिंह राणा की भाजपा में घर वापसी करवाई । 2024 के विधानसभा सभा चुनाव में एक बार फिर रादौर हल्के से भाजपा की टिकट पर 73348 वोट लेकर अपने प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस पार्टी के विधायक बिशन लाल सैनी को 13132 वोट से हरा कर दोबारा विधायक निर्वाचित हुए। इनके तीन पुत्र मदन सिंह राणा, सुखविंदर सिंह राणा एव नेपाल सिंह राणा अपने पिता की राजनीति को सभालते है l पुत्रवधू विभा सिंह फरीदाबाद मे अध्यापिका है l
हिन्दुस्थान समाचार / अवतार सिंह चुग
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