हिसार : अचला एकादशी पर श्री तिरुपति धाम में भगवान श्री वेंकटेश की निकली सवारी शोभा यात्रा
तिरुपति धाम में भगवान वेंकटेश की सवारी शोभा यात्रा में विभिन्न क्षेत्रों से उमड़े श्रद्धालु
हिसार, 4 जून (हि.स.)। श्री तिरुपति बालाजी धाम में अचला एकादशी पर भगवान श्री वेंकटेश जी की सवारी शोभायात्रा धूमधाम से निकाली गई। अर्चकों ने पूरे विधि विधान से भगवान वेंकटेश जी की पूजा व आराधना की और भगवान का तिरुमंजन किया गया। भगवान वेंकटेश जी के चल विग्रह को पालकी में सवार करके शोभायात्रा निकाली गई।
श्रद्धालुओं ने भगवान वेंकटेश की सवारी को रस्सों से खींचकर तिरुपति धाम की परिक्रमा की। इस दौरान पूरा तिरुपति धाम परिसर जय भगवान वेंकटेश के उदघोष से गुंजायमान हो उठा। अचला एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा व आराधना का विशेष महात्म्य है। वेंकटेश जी भगवान विष्णु का ही स्वरूप हैं। इसलिए श्री तिरुपति धाम में भगवान वेंकटेश का मुख्य मंदिर विद्यमान है। दक्षिण भारत से लाए गए पत्थरों से निर्मित इस मंदिर में भगवान वेंकटेश के आलौकिक दर्शन होते हैं। इस मुख्य मंदिर के साथ ही माता पद्मावती व माता गोदांबा के मंदिर भी स्थापित किए गए हैं। इनके अलावा धाम में श्री गरुड़ जी, श्री लक्ष्मी नृसिंह जी, श्री सुदर्शन जी, श्री रामानुज स्वामी जी, श्री शठकोप स्वामी जी एवं श्री हनुमान जी के मंदिर भी विशेष दर्शनीय हैं।
हिसार में लांदड़ी टोल प्लाजा के पास स्थापित श्री तिरुपति बालाजी धाम में स्थापित श्री गरुण स्तंभ, बलिपीठम, विशाल घंटाघर, पवित्र पुष्करणी, श्री तिरुपति यज्ञशाला व श्रीनिवास गोशाला का भी श्रद्धालुओं ने अवलोकन किया। तिरुपति धाम में 71 फुट ऊंचा गोपुरम भी निर्माणाधीन है। यह गोपुरम दक्षिण भारतीय शैली में वहीं के कारीगरों द्वारा निर्मित किया जा रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।