हिसार: गांव के करीब जाएं युवा, वरिष्ठ नागरिक कर सकते मार्गदर्शन: वंदना बिश्नोई
एनएसएस शिविर के समापन अवसर पर किया कार्यक्रम को संबोधित
हिसार, 19 फरवरी (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की प्रथम महिला डा. वंदना बिश्नोई ने कहा है कि 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने को साकार करना है तो ग्रामीण भारत के महत्व को भी समझना होगा। शहरी भारत के साथ-साथ ग्रामीण भारत को भी साथ लेकर चलना पड़ेगा। देश का युवा शहरी और ग्रामीण भारत के बीच कड़ी का काम कर सकता है। वे सोमवार को विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के सौजन्य से गांव आर्यनगर में लगाए गए वार्षिक शिविर के समापन समारोह को संबोधित कर रही थी।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, गांव आर्यनगर में हुए समापन समारोह में प्लेडियम स्कूल की प्राचार्य डा. निशी भटनागर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रही जबकि समारोह की अध्यक्षता राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की समन्वयक डा. अंजु गुप्ता ने की। मुख्य अतिथि डा. वंदना बिश्नोई ने कहा कि ग्रामीण भारत के महत्व, व्यवस्थाओं, सुविधाओं व परम्पराओं के बारे में गांव के वरिष्ठ नागरिक युवाओं का श्रेष्ठ मार्गदर्शन कर सकते हैं। ऐसे में युवाओं को गांव के और करीब जाना चाहिए। भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की जिम्मेदारी युवाओं की है। इसके लिए युवाओं को गांव की जीवनशैली, समस्याओं व चुनौतियों को समझकर उन पर कार्य करना होगा।
विशिष्ट अतिथि डा. निशी भटनागर ने कहा कि वे विश्वविद्यालय के स्वयंसेवकों के सेवाभाव व किए गए कार्यों से अत्यंत प्रभावित हैं। अपने स्कूल में भी वे शीघ्र ही एनएसएस इकाई स्थापित करवाने के लिए प्रक्रिया आरंभ करेंगी। समन्वयक डा. अंजू गुप्ता ने बताया कि शिविर के दौरान स्वयंसेवकों ने एक विशेष सर्वे के दौरान यह जानने का प्रयास किया कि गांव में शिक्षा व्यवस्था कैसी है।
डा. अंजू गुप्ता ने बताया कि 200 स्वयंसेवकों को दस टीमों में बांटा गया था। टीम आठ की रीना ‘आत्मनिर्भर गांव-आत्मनिर्भर भारत’ थीम पर लगे इस शिविर की सर्वश्रेष्ठ स्वयंसेवक रही। टीम पांच सर्वश्रेष्ठ टीम घोषित की गई। इसके अतिरिक्त शिविर के दौरान हुए पोस्टर मेकिंग स्पर्धा में प्रज्ञा तथा लक्ष्मी पहले तथा साहिल व सोनू दूसरे स्थान पर रहे। क्ले मॉडलिंग में मासूम व कोमल पहले तथा राहुल व चेतना दूसरे स्थान पर रहे। निबंध लेखन स्पर्धा में दिशा व चिराग ने पहला तथा किरण व मुस्कान ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। मुख्य अतिथि डा. वंदना बिश्नोई ने विजेताओं को सम्मानित किया।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव
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