सोनीपत: प्रदूषण फैलाने वाले पांच सौ उद्योगों की जांच को फील्ड में उतरी 19 टीमें
-सुप्रीम कोर्ट, सेंट्रल
पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड तथा कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट के दिशा-निर्देश
सोनीपत, 18 दिसंबर (हि.स.)। वायु प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन सोनीपत
ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान ग्रेप-4 की सख्त पालना सुनिश्चित करने के लिए गुरुवार
को जिलेभर में व्यापक छापेमारी व निरीक्षण अभियान चलाया गया। यह कार्रवाई सुप्रीम कोर्ट,
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड तथा कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट के दिशा-निर्देशों
के अनुरूप की गई।
उपायुक्त सुशील सारवान के नेतृत्व में चारों उपमंडलों में
कुल 19 संयुक्त टीमें गठित की गईं। इन टीमों ने देर शाम तक 500 से अधिक औद्योगिक प्रतिष्ठानों
की जांच की। अभियान में एसडीएम सोनीपत सुभाष चंद्र, एसडीएम गोहाना अंजलि क्षोत्रिया,
एसडीएम खरखौदा निर्मल नागर, एसडीएम गन्नौर प्रवेश कादियान, शुगर मिल के प्रबंध निदेशक
संजय कुमार सहित 70 से अधिक अधिकारी व भारी पुलिस बल शामिल रहा।
निरीक्षण के दौरान फिरोजपुर बांगर क्षेत्र में पिट फर्नेस
जलाने वाले 20 उद्योगों पर कार्रवाई की गई। इन सभी मामलों की विस्तृत रिपोर्ट कमीशन
फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट को भेजी गई है।
कुण्डली व प्याऊमनियारी क्षेत्र में
बड़ी संख्या में फैक्ट्रियों में डस्ट कलेक्शन सिस्टम की अनियमितताएं पाई गईं तथा कई
स्थानों पर डीजल से चलने वाले डीजी सेट भी मिले। गन्नौर क्षेत्र में कुछ फैक्ट्रियों
में निर्माण कार्य होता पाया गया, जबकि कई औद्योगिक इकाइयों में कोयला जलता हुआ मिला,
जो ग्रेप-4 के प्रावधानों का उल्लंघन है।
सभी टीमों के लिए राई रेस्ट हाउस को अस्थायी नियंत्रण कक्ष
बनाया गया, जहां से पूरे अभियान की निगरानी की गई। निरीक्षण के दौरान प्रदूषण नियंत्रण
उपकरणों की कार्यप्रणाली, ईंधन के प्रकार, उत्सर्जन मानकों की पालना तथा अनुमति संबंधी
दस्तावेजों की गहन जांच की गई। जहां भी नियमों का उल्लंघन मिला, वहां मौके पर ही निरीक्षण
रिपोर्ट तैयार की गई और सीलिंग, बिजली कनेक्शन कटौती व जुर्माना जैसी कार्रवाई की सिफारिश
की गई।
उपायुक्त सुशील सारवान ने स्पष्ट कहा कि राष्ट्रीय राजधानी
क्षेत्र में बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं
की जाएगी। सभी प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों पर सख्ती से कार्रवाई जारी रहेगी और ग्रेप-4
के प्रावधानों का अक्षरशः पालन कराया जाएगा। उन्होंने आमजन से भी अपील की कि यदि कहीं
प्रदूषणकारी गतिविधि दिखाई दे तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें, ताकि समय पर कार्रवाई
की जा सके।
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हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र शर्मा परवाना

