रेवाड़ी पुलिस ने इंदौर से तीन साइबर ठग किए गिरफ्तार

रेवाड़ी, 14 अप्रैल (हि.स.)। रेवाड़ी पुलिस ने घर बैठे पैसे कमाने का लालच देकर साइबर ठगी करने के मामले में तीन आरोपियों को इंदौर से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के मलहारगंज निवासी दलीप रजक, इंदौर की लक्ष्मीपुरी कॉलोनी निवासी राकेश परमार और वृंदावन कॉलोनी निवासी लोकेश दबे के रूप में हुई है।
सोमवार को साइबर थाना पुलिस ने बताया कि मोहल्ला आदर्श नगर निवासी अभिनव ने शिकायत में बताया था कि छह जनवरी को उसके पास एक अनजान नंबर से कॉल आई थी। कॉल करने वाले ने उसे घर बैठे पैसे कमाने के बारे में बताया था। इसके बाद उसके पास एक लिंक भेजकर उसे वॉट्सएप ग्रुप से जोड़ा गया। उसके यूपीआई नंबर पर गुप्र से जोड़ने के बाद 150 रुपये भेजे गए। उसे एक यूपीआई नंबर देकर एक हजार रुपये जमा कराने को कहा गया।
उसने एक हजार रुपए जमा करा दिए जिसके बदले 1410 रुपये उसके खाते में आ गए। वह लालच में आ गया। इसके बाद उससे बार-बार पैसे जमा कराने को कहा गया। अधिक पैसा कमाने के चक्कर में उसने आठ जनवरी तक एक लाख 55 हजार रुपये बताए गए अलग-अलग नंबरों पर ट्रांसफर कर दिए। जब उसने पैसे वापस लेने का प्रयास कियाए तो उससे और राशि जमा कराने को कहा गया। इसके बाद उसे ठगी का पता चला। जिस पर पुलिस ने साइबर थाना रेवाड़ी में ठगी का मामला दर्ज करके जांच शुरू की थी।
जांच के बाद पुलिस ने मध्य प्रदेश के इंदौर शहर से मामले में संलिप्त तीन आरोपी दलीप रजक, राकेश परमार और लोकेश दबे को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी दलीप रजक के खाते में ठगी की 65 हजार रुपए राशि ट्रांसफर हुई थी, जबकि आरोपी राकेश परमार और लोकेश दबे साइबर ठगों को कमिशन बेस पर बैंक खाते मुहैया कराते थे। पुलिस ने आरोपियों को अदालत में पेश करके आरोपी दलीप रजक और राकेश परमार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है जबकि आरोपी लोकेश दबे को पूछताछ के लिए तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / श्याम सुंदर शुक्ला