जींद: मांगें न माने जाने पर ग्रामीण सफाई कर्मियों का धरना जारी
जींद, 1 नवंबर (हि.स.)। हरियाणा दिवस पर भी ग्रामीण सफाई कर्मचारियों का लघु सचिवालय पर मांगों को लेकर धरना बुधवार को भी जारी रहा। धरने की अध्यक्षता उप प्रधान कृष्ण लजवाना ने की व संचालन जिला सचिव पवन कुमार ने किया। उन्होंने कहा कि देश व प्रदेश की जनता के साथ बीजेपी सरकार लगातार शोषण कर रही है। महर्षि वाल्मीकि के प्रक दिवस पर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जो मजाक ग्रामीण सवाई कर्मचारियों के साथ किया है उसे ग्रामीण सफाई कर्मचारी ताउम्र याद रखेंगे।
ग्रामीण सफाई कर्मचारी मुख्यमंत्री से पक्की नौकरी का तोहफा देने की उम्मीद लगाए बैठे थे लेकिन मुख्यमंत्री सफाई कर्मचारियों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा। जो एक हजार वेतन की घोषणा दो हजार रुपये औजार भत्ता व एक हजार धुलाई भत्ते की घोषणा मुख्यमंत्री ने की हे वो नाकाफी है। सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों के चलते ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की पिछले 23 दिन से हड़ताल जारी रखे हुए हैं। जिलाभर के ग्रामीण सफाई कर्मचारी दो से तीन नवंबर तक 24 घंटे के लिए दिन-रात जींद के भाजपा विधायक डा. कृष्ण मिड्ढा के आवास के बाहर डेरा डालेंगे। उन्होंने मांग की कि विधानसभा मे पॉलिसी बना कर सफाई कर्मियों को पक्का किया जाए।
सभी ग्रामीण सफाई कर्मियों को बीडीपीओ के पे-रोल पर लिया जाए। हरियाणा रोजगार कौशल निगम को भंग किया जाए और सफाई कर्मियों को पक्का किया जाए। सभी सफाई कर्मियों के लिए 26 हजार रुपये मासिक न्यूनतम वेतन लागू किया जाए। 2000 की बजाए 400 की आबादी पर एक कर्मचारी की स्थाई नियुक्ति करते हुए सफाई कर्मियों की संख्या बढ़ाई जाए। 500 रुपये मासिक काम के औजारों का भत्ता तय किया जाए। 500 रुपये मासिक वर्दी धुलाई भत्ता लागू किया जाए। एक्ससग्रेसिया नीति के तहत परिवार के सदस्य को काम पर रखा जाए। दिवाली पर बोनस और कर्मचारियों के बच्चों की पढ़ाई के लिए शिक्षा भत्ता लागू किया जाए। सौ-सौ गज के प्लाट और मकान बनाने के लिए अनुदान दिया जाए।
हिन्दुस्थान समाचार/ विजेंद्र/संजीव
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