हिसार: राष्ट्रीय सुरक्षा में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की भूमिका पुस्तक का विमोचन
12 पुस्तकें लिख चुके हैं असिस्टेंट प्रोफ़ेसर डॉ. सतीश कुमार
हिसार, 29 नवंबर (हि.स.)। मंडी आदमपुर स्थित राजकीय महाविद्यालय में रक्षा अध्ययन विभाग के प्रोफेसर डॉ. सतीश कुमार द्वारा लिखित पुस्तक राष्ट्रीय सुरक्षा में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की भूमिका पुस्तक का विमोचन महाविद्यालय के प्राचार्य आत्मप्रकाश व अंतराष्ट्रीय शिक्षा, शोध एवं प्रशिक्षण परिषद के चेयरमैन डॉ. संदीप कुमार सिंहमार ने किया। प्राचार्य ने इस अवसर पर डॉ. सतीश कुमार को बधाई देते हुए कहा कि शोध किसी भी प्रध्यापक के लिए नींव के पत्थर का काम करता है। इससे प्रध्यापक अपने विषय में नित नवीन मंथन और खोज करता है, जो उसके अध्यापन कार्य को ऊंचाइयों की ओर लेकर जाता है।
डॉ. सिंहमार ने बताया कि बिना शोध के प्राध्यापक अधूरा होता है। वह अपने विषय के बारे में गहनता से अध्ययन करेगा तभी कक्षा में विद्यार्थियों के हर प्रश्न का जवाब दे पाएगा। शोध एवम् मंथन प्राध्यापक की खुराक का काम करते हैं। डॉ. सतीश कुमार ने पुस्तक के संदर्भ में बात करते हुए कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा प्रत्येक राष्ट्र के लिए सदैव सर्वोपरि होती है। वर्तमान में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी ने न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित किया है बल्कि युद्ध की प्रकृति को भी प्रवर्तित कर दिया है।
वर्तमान में युद्ध में नवीन और अत्याधुनिक हथियारों का उपयोग हो रहा है,जिसके कारण युद्ध का कार्यक्षेत्र विस्तृत हो गया है। अब युद्ध केवल सैनिकों का कार्य नहीं रह गया है बल्कि देश का प्रत्येक नागरिक उसमें अपनी भूमिका निभाता है। इस पुस्तक में राष्ट्रीय सुरक्षा और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के विभिन्न आयामों का विस्तृत विवरण दिया गया है। डॉ. सतीश कुमार अब तक एक दर्जन पुस्तकें लिख चुके हैं। पुस्तक के विमोचन के अवसर पर रक्षा अध्ययन विभाग से डॉ. सुनीता, डॉ. कल्याण सिंह, भूगोल विभाग से डॉ. पवन, मनोविज्ञान विभाग से डॉ. अरूणा तथा अन्य प्राध्यापक मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव
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