रोहित हत्याकांड की जांच भिवानी की बजाए रोहतक पुलिस करे, परिजनाें की मांग
-एडीजीपी लॉ एंड आर्डर से मिली सर्वखाप पंचायत
चंडीगढ़, 29 दिसंबर (हि.स.)। अंतरराष्ट्रीय बॉडीबिल्डर व राष्ट्रीय स्वर्ण पदक विजेता रोहित धनखड़ की हत्या के मामले में सर्वखाप पंचायत हरियाणा एवं पीडि़त परिवार के सदस्यों ने सोमवार को हरियाणा के एडीजीपी लॉ एंड आर्डर कुलदीप सिंह से मुलाकात करके यह केस जांच के लिए भिवानी से रोहतक में ट्रांसफर करने की मांग की है।
प्रतिनिधिमंडल ने एडीजीपी को बताया कि 27 नवंबर को हुई रोहित धनखड़ की हत्या में लगभग 18-20 लोग शामिल थे, किंतु आज घटना को एक महीने से अधिक समय बीत जाने के बावजूद केवल 5 आरोपिताें की गिरफ्तारी हो सकी है और केवल चार अन्य व्यक्तियों के नाम और सामने आए हैं। पंचायत व परिवार ने कहा कि यह प्रगति उस गंभीरता के अनुरूप नहीं है जिसकी अपेक्षा एक संगठित हत्या जैसे जघन्य अपराध में होनी चाहिए।
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि 9 दिसंबर 2025 को डीजीपी ने सार्वजनिक रूप से यह आश्वासन दिया था कि एक सप्ताह के भीतर सभी मुख्य एवं अन्य आरोपित गिरफ्तार कर लिए जाएंगे, उन्हें पीओ घोषित किया जाएगा और उनकी संपत्तियों की कुर्की की कार्रवाई प्रारंभ की जाएगी। किंतु उस आश्वासन को आज लगभग दो सप्ताह बीत जाने के बाद भी न तो सभी आरोपित पकड़े गए हैं, न किसी को पीओ घोषित किया गया है और न ही संपत्ति कुर्क करने की कोई ठोस कार्रवाई सामने आई है। पंचायत ने इसे अत्यंत निराशाजनक बताया।
पंचायत व परिवार के सदस्यों ने एडीजीपी को स्पष्ट रूप से बताया कि वे भिवानी पुलिस की ओर से की जा रही जांच से संतुष्ट नहीं हैं। इस पूरे मामले की जांच भिवानी से हटाकर रोहतक जिले में सीआईए या एसटीएफ को सौंपी जाए, ताकि जांच निष्पक्ष, स्वतंत्र और प्रभावी हो सके।
एडीजीपी (लॉ एंड ऑर्डर) कुलदीप सिंह ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि जांच ट्रांसफर के विषय में शीघ्र निर्णय लिया जाएगा तथा प्रतिनिधिमंडल को इसकी सूचना दी जाएगी।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा

