फतेहाबाद: चालक की हत्या से गुस्साए रोडवेज कर्मचारियों ने किया बसों का चक्का जाम
फतेहाबाद, 15 नवंबर (हि.स.)। अम्बाला डिपो के चालक राजबीर सिंह की बदमाशों द्वारा हत्या करने के विरोध में बुधवार को रोडवेज कर्मचारियों ने फतेहाबाद में बसों का चक्का किया। ज्ञात रहे दीपावली की रात अम्बाला कैंट बस अड्डे पर ड्यूटी कर रहे राजबीर सिंह चालक की हत्या कर दी थी।
हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा के आह्वान पर राजबीर सिंह के हत्यारों की गिरफ्तारी व परिवार को न्याय दिलाने के लिए कल अम्बाला डिपो में बसों का चक्का जाम रहा, परन्तु सरकार व प्रशासन के ढुलमुल रवैये से गुस्साए रोडवेज कर्मचारियों ने आज प्रदेश भर में सभी 3350 बसों का चक्का जाम किया।
सांझा मोर्चा नेता दीपक बल्हारा, शिवकुमार श्योराण, विजय नागपुर, संदीप जांडली, सुभाष बिश्नोई, हर्ष डारा, सतेंद्र, रमेश मालए सुबेसिंह धनाणा ने हड़ताली कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए कहा चालक राजबीर सिंह के हत्यारों को गिरफतार कर 302 का मुकदमा दर्ज किया जाए। परिवार के एक सदस्य को स्थाई नौकरी दी जाए। परिवार को 50 लाख रुपए मुआवजा दिया जाए। राजबीर सिंह को शहीद का दर्जा दिया जाए। उन्होंने कहा रोडवेज कर्मचारी दिन-रात 24 घंटे इस प्रकार भय के वातावरण में जोखिम भरी ड्यूटी करते हैं, इसलिए इस प्रकार की घटनाओं को देखते हुए मुआवजा राशि की स्थाई नीति बनाई जाए व रात्रि के समय सभी बस अड्डों पर सुरक्षा के प्रबंध किए जाएं। उन्होंने कहा कि आए दिन हो रही इस प्रकार की घटनाओं से रोडवेज कर्मचारी भयभीत हैं।
इस मौके पर कर्मचारी नेता जोगिंदर सिंह भ्याणा, अनिल खटक, फकीर चंद, विजय माल, सुबेसिंह धनाणा, देवीलाल, इंद्रपाल सहारण, विनोद, राजकुमार बिघड़, सुरेंद्र, अमित शर्मा, राजेश बोसवाल, विरेन्द्र कुलेरी, प्रदीप लम्बोरिया, जोगिंदर रेढू, रामसिंह आदि नेताओं ने कहा सरकार व प्रशासन ऐसे हालात में तीन दिन से चालक राजबीर का शव कर्मचारियों के बीच रखा होने पर भी गम्भीर नहीं है।
हड़ताल के चलते रोडवेज की बसों के पहिये थमे रहे, फतेहाबाद डिपो से एक भी रोडवेज बस सडक़ पर नहीं चली। अचानक हुई हड़ताल के चलते लोग खासे परेशान नजर आए। रोडवेज के चक्का जाम का निजी बस संचालकों ने जमकर लाभ उठाया और निजी बसें सडक़ों पर दौड़ती रही। कम दूरी और नजदीकी इलाकों में निजी बसें चलती रहीं, मगर लंबी दूरी की सेवाएं पूरी तरह ठप रही। रोडवेज जीएम का दावा है कि फतेहाबाद डिपो से 30 प्रतिशत बसें सडक़ों पर चल रही हैं। रोडवेज जीएम ने कहा कि प्रशासन का प्रयास है कि ज्यादा से ज्यादा बसें रोड पर चले ताकि जनता को कोई असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि फतेहाबाद डिपो से 30 प्रतिशत बसें ऑन रोड है। नाइट ड्यूटी के बाद जो बसें वापस आ गई है, प्रशासन का प्रयास है कि उन बसों को दोबारा रूट पर भेजा जाए।
हिन्दुस्थान समाचार/अर्जुन
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