फतेहाबाद: नई शर्तों को नहीं हटाया तो सीएमआर चावल की डिलीवरी नहीं करेंगे राइस मिलर
फतेहाबाद, 26 दिसंबर (हि.स.)। सरकार ने हरियाणा के राइस मिलर्स पर जो नई शर्तें थोपी हैं, उन पर राइस मिलर चावल की डिलीवरी देने में असमर्थ हैं। उनका कहना है कि जब तक सरकार नई लगाई गई शर्तें वापस नहीं लेती, तब तक हरियाणा के राइस मिलर सीएमआर चावल की डिलीवरी शुरू नहीं करेंगे।
राइस मिलर एसोसिएशन के जिला प्रधान सुरेश जिंदल ने बताया कि सरकार किसानों से एमएसपी पर जो परमल धान की खरीद करती है, उस धान को राइस मिलों में भंडार किया जाता है। उसके बदले राइस मिलर को एक क्विंटल धान के पीछे 67 किलो चावल देना होता है, लेकिन प्रधानमंत्री योजना के तहत अब राइस मिलर को एक क्विंटल चावल के पीछे 1 किलो फोर्टिफाइड चावल मिक्स करके देना है। सरकार राइस मिलरों से 100 रुपये के स्टांप पेपर पर अंडरटेकिंग मांग रही है कि फोर्टिफाइड राइस में आयरन, विटामिन 9, विटामिन 12 की मात्रा सही क्वांटिटी में मिलाई गई है। अब सवाल उठता है जिस चीज को राइस मिलर ने बनाया ही नहीं है, उसकी अंडरटेकिंग राइस मिलर कैसे दे सकता है।
सुरेश जिंदल ने बताया कि इसके अलावा भारतीय खाद्य निगम द्वारा एक नई विंग ऐप शुरू की गई है, जिसके अनुसार कहां पर राइस मिलर ने चावल की डिलीवरी देनी है, उस स्टेशन को बताया जाता है, लेकिन नई विंग ऐप रतिया के राइस मिलर्स को बरवाला, जाखल, टोहाना तथा डबवाली, रोडी के राइस मिलर्स को भट्टू एफसीआई डिपू में चावल देने का निर्देश दे रही है जबकि किराया केवल नजदीकी स्टेशन का ही दिया जाएगा।
इन बातों को लेकर राइस मिलर परेशान व हताश हैं। सुरेश जिंदल ने हरियाणा सरकार से मांग की है कि नई शर्तों को तुरंत प्रभाव से हटाया जाए। मिलर्स के साथ जो एग्रीमेंट करते समय शर्तें रखी गई थीं, उन शर्तों पर सीएमआर चावल की डिलीवरी ली जाए तो राइस मिलर चावल की डिलीवरी देने को तैयार हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/अर्जुन/सुमन
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