यमुनानगर: राइस मिल मालिकों ने नई पॉलिसी के विरोध में की हड़ताल
-- लघु सचिवालय पर प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा
यमुनानगर, 28 दिसंबर (हि.स.)। जिला के राइस मिल मालिकों ने सरकार की नई पॉलिसी के विरोध में गुरुवार को लघु सचिवालय पर इकठ्ठा होकर प्रदर्शन किया। जिला उपायुक्त के माध्यम से सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा।
राइस मिल एसोसिएशन के जिला प्रधान प्रवीण अग्रवाल ने बताया कि फोर्टीफाइड राइस के लिए बनाई गई नई पॉलिसी का विरोध आज प्रदेश के पूरे राइस मिल मालिकों के द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में नवंबर महीने में धान की खरीद बंद हो गई थी। इसके बाद राइस मिल मालिक फिजिकल वेरिफिकेशन होने के बाद मिलिंग शुरू करने का इंतजार कर रहे थे। लेकिन इस बार सरकार ने नियमों में फेरबदल करते हुए राज्य स्तरीय टीमों से फिजिकल वेरिफिकेशन करवाई। जिसके चलते अभी तक परमिशन सही ढंग से नहीं मिल पाई है।
उन्होंने कहा कि वहीं दूसरी तरफ फोर्टीफाइड चावल के लिए भी नई शर्तें लागू कर दी गई है। राइस मिल मालिकों के अनुसार पिछले साल तक ठेकेदारों के जरिए उन्हें फोर्टीफाइड राइस उपलब्ध करवाया जाता था। जिसकी गुणवत्ता की गारंटी ठेकेदार को ही देनी होती थी। लेकिन इस बार सरकार ने नई शर्तें लागू करते हुए कहा है कि फोर्टीफाइड राइस खरीद कर सरकारी चावल की पौष्टिकता बढ़ाने के लिए मिक्स करने की हिदायत दी गई है। साथ ही उसकी गुणवत्ता की जिम्मेदारी भी राइस मिल मालिकों को ही दी गई है। जिसका हम कड़ा विरोध कर रहे हैं।
वहीं राइस मिल मालिकों का कहना है कि फोर्टीफाइड राइस पर उन्हें 18 फ़ीसदी जीएसटी देनी पड़ती है। जिसमें से उन्हें सिर्फ पांच फ़ीसदी ही वापस मिलती है। उन्होंने कहा कि देरी से चावल लगाने पर भी उन पर जुर्माना लगाया जाता है। इस साल अभी तक सरकार की नई शर्तों के मुताबिक मिलिंग शुरू न होने के चलते उन्हें जनवरी महीने तक की छूट दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार जब तक हमारी मांगे नहीं मानती हमारी हड़ताल जारी रहेगी। इस मौके पर बड़ी संख्या में राइस मिल मालिक शामिल रहें।
हिन्दुस्थान समाचार/अवतार/संजीव
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