यमुनानगर: रिटायर्ड फौजी ने बैंक कर्मियों पर लगाया धोखाधड़ी का आरोप
यमुनानगर, 13 अक्टूबर (हि.स.)। रिटायर्ड फौजी से निजी बैंक के कर्मियों द्वारा ऋण देने के नाम पर धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है।
पूर्व सैनिक ने बैंक कर्मियों के खिलाफ पुलिस थाना बिलासपुर में शिकायत देकर न्याय की मांग करते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
रविवार को अधिक जानकारी देते हुए रिटायर्ड फौजी जसबीर सिंह निवासी गांव शाहपुर थाना बिलासपुर ने बताया कि उसने अपनी सेना ड्यूटी के दौरान एसबीआई बैंक से वर्ष 2018 में नौ लाख रूपये का ऋण लिया था। जिसकी 5 सालों से आठ हजार पांच सौ रूपये की किस्त जमा करता चला आ रहा था। अप्रैल 2023 में जना स्माईल फाइनेंस बैंक का कर्मचारी ब्रिजेश कुमार उनके घर आया और उसने हमें जना स्माईल बैंक से ऋण लैने के लिए बताया।
हमने उसे अपने एसबीआई के ऋण के बारे में अवगत करा दिया था और ऋण लेने से मना कर दिया। लेकिन अगले दिन जना स्माईल फाईनैन्स बैंक का कर्मचारी ब्रिजेश व रिन्कू फिर हमारे घर पर आये और उन्होंने हमें बैंक से ऋण लेने के लिए दोबारा से बताया।
उन दोनों ने हमें बताया कि जो एसबीआई बैंक में ऋण चल रहा है उसको हम अपने बैंक में ट्रांसफर कर लेंगे और आपको किस्त भी एसबीआई बैंक के अनुसार देनी होगी। जो कि आप पहले देते होंगे।
बैंक कर्मियों ने हमें कहा की अगर हमारे बैंक में आप रैगुलर किस्त जमा करते है तो उनको 3 साल के बाद ब्याज माफी की भी स्कीम मिल जाएगी।
उन्होंने हमें 22 लाख रूपये का ऋण देने की बात कहीं। जिसमें से आठ लाख पचास हजार रूपये का चैक एसबीआई बैंक ट्रांसफर के लिए पहले दे देंगे और तेरह लाख पचास हजार रूपये का चैक रजिस्टरी जना स्माईल फाईनैन्स बैंक के नाम होने पर देने की बात कही। ब्याज माफी की स्कीम के कारण हमने बैंक कर्मचारी द्वारा बताए गए सभी कागजात हमने दे दिए थे।
28 जुलाई 2023 को जना स्माईल फाईनैन्स बैंक ने पहली बार मुझे व मेरी पत्नी वन्दना देवी को ब्रांच में बुलाया और मुझे आठ लाख पचास हजार रूपये का चेक दे दिया। यह ऋण मेरी पत्नी वन्दना के नाम से चालू कर दिया तथा कुछ दिन बाद हमने अपने 400 वर्ग गज के प्लाट की रजिस्टरी बैंक में जमा करा दी। फिर बैंक ने कुछ दिन बाद हमारी 19 हजार 5 सौ रूपये की किस्त भी चालू कर दी और ऋण को 20 साल के लिए कर दिया। जोकि एसबीआई बैंक में 15 साल के लिए बाकि था।
किशत अधिक होने के कारण जब मैंने बैंक जाकर बात की तो बैंक द्वारा हमें आश्वासन दिया गया कि आपका तेरह लाख पचास हजार रूपये का ऋण देना अभी बाकी है। उसके साथ इसको ठीक कर देंगे।
स्माईल फाईनैन्स बैंक ने बाईस लाख रूपये के ऋण की रजिस्ट्री बनवाकर जमीन को अपने नाम कर लिया और इसकी फर्द भी जमा करवा दी थी।
मार्च 2024 से 19 हजार 5 सौ रूपये की किस्त बैंक से कटना शुरू हो गई थी। और बकाया ऋण की राशि ना मिलने के कारण हम किस्त अदा ना कर पाए और बैंक ने हमें डिफॉल्टर दिखाकर डिफॉल्टर नोटिस भी भेज दिया।
ऋण की राशि खाते में डालने के लिए रिन्कू और ब्रिजेश ने बैंक अधिकारी गुरवन्त सिंह पन्नू के लिए दो प्रतिशत की मांग करने लगे, जिसके लिए मैंने मना कर दिया।
वहीं बैंक कर्मचारियों द्वारा दिए गए आश्वासन पर मैंने अपनी जमापूंजी से पास लगती जमीन का 28 लाख 40 हजार रूपये में एक जमीन का सौदा कर लिया जिसमें जनवरी 2024 में 16 लाख रूपये का ईकरारनामा भी दे दिया था। बाकि पैसा मार्च 2024 तक जना बैंक ने 13 लाख 50 हजार रूपये देने थे जोकि समय पर ऋण ना मिलने के कारण मैं बैयनामा ना करवा पाया और मेरा 16 लाख रूपये का
ईकरारनामा भी रद्द हो गया।
जसबीर सिंह ने बताया कि उसकी कोई किस्त ओवर ड्यू (अतिदेय) नही चल रही है और ना ही आज तक की कोई किस्त बकाया है।
उन्होंने न्याय की मांग करते हुए बताया कि आरोपियों ने मिलकर उसे गुमराह कर धोखाधडी की है। जिसकी वजह से उसके परिवार को मानसिक यातनाएं सहनी पड़ रही हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / अवतार सिंह चुग
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।