हरियाणा सरकार अल्पमत में, मुख्यमंत्री बहुमत साबित करें या इस्तीफा दें: दुष्यंत चौटाला

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हरियाणा सरकार अल्पमत में, मुख्यमंत्री बहुमत साबित करें या इस्तीफा दें: दुष्यंत चौटाला


आवास पर पत्रकारों से बोले पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला

सरकार गिराने के लिए समूचे विपक्ष का साथ देगी जजपा: दुष्यंत

हिसार, 8 मई (हि.स.)। हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं जजपा के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि निर्दलीय विधायकों के सैनी सरकार से समर्थन वापस लेने के कारण प्रदेश की भाजपा सरकार अब अल्पमत में है। नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री नायब सैनी को विधानसभा में बहुमत साबित करना चाहिए या फिर मुख्यमंत्री पद से तुरंत अपना इस्तीफा दे देना चाहिए।

पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला बुधवार को अर्बन एस्टेट स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि सरकार से बहुमत साबित कराने के लिए जजपा राज्यपाल को पत्र लिखेगी। जजपा प्रदेश में भाजपा सरकार गिराने के पक्ष में है और इसके लिए समूचे विपक्ष का साथ देने को तैयार है। उन्होंने कहा कि अब नेता प्रतिपक्ष भाजपा सरकार गिराने के लिए कदम उठाए।

पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि आज भाजपा सरकार को समर्थन देने वालों में से पांच विधायक कम हुए हैं। तीन निर्दलीय विधायकों ने सरकार से मंगलवार को ही अपना समर्थन वापस लिया है और सत्ता पक्ष के मनोहर लाल और रणजीत सिंह के रूप में दो विधायक पहले ही अपना इस्तीफा दे चुके हैं। उन्होंने कहा कि निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेना भाजपा की कमजोरी को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हंस-हंस कर निर्दलीय विधायकों पर लेन-देन का आरोप लगा रहे है, इस पर उन्हें सबूत देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व बीजेपी-जजपा की गठबंधन सरकार में ऐसे हालात कभी देखने को नहीं मिले थे। एक प्रश्न के उत्तर में दुष्यंत चौटाला ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पिछली सरकार के खिलाफ लाया गया था, न कि वर्तमान सरकार के खिलाफ।

एक सवाल के जवाब में दुष्यंत चौटाला ने कहा कि जजपा विधायक पार्टी में रहते हुए व्हिप का उल्लंघन नहीं कर सकते। अभी हाल ही में राज्यसभा चुनाव के दौरान हिमाचल प्रदेश में कुछ विधायकों ने व्हिप का उल्लंघन किया था, स्पीकर ने उनकी सदस्यता रद्द कर दी थी। यहां तक कि विधायक स्पीकर के फैसले के खिलाफ कोर्ट भी गए, लेकिन इसके बाद भी उनकी रद्द सदस्यता बरकरार रही और सीटें रिक्त कर दी गई, जिन पर अभी 1 जून को उपचुनाव होने जा रहे है। ठीक इसी तरह जजपा का कोई विधायक व्हिप का उल्लंघन करेगा तो उस पर भी कड़ी कार्रवाई होगी।

दुष्यंत चौटाला ने कहा कि जजपा ने तीन विधायकों को अन्य दलों की स्टेज शेयर करने के कारण नोटिस जारी किया है और उन पर पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते कार्रवाई की जाएगी। पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि अगर किसी को अन्य दलों की मदद करनी है तो उन्हें विधायक पद से इस्तीफा देना पड़ेगा। उन्होंने यह भी कहा कि जनता सब देखती है कि कौन किसके वोटों से विधायक बना और विधायक बनने के बाद अन्य दल में इच्छा जताने वाले को जनता अपने आप जवाब देगी।

दुष्यंत चौटाला ने मुख्यमंत्री नायब सैनी को कमजोर शासक भी बताया और कहा कि वर्तमान सरकार ने किसानों को कमजोर करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि मंडियों से अब तक सरसों-गेहूं का उठान नहीं हुआ है और कई सप्ताह से किसानों का भुगतान पेंडिंग है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि पूर्व गठबंधन सरकार ने फसल खरीद, उठान, भुगतान के लिए बेहतर व्यवस्था बनाई थी और उसके कारण किसानों को पिछले चार साल में कभी ऐसी समस्या नहीं आई। एक सवाल के जवाब में दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हिसार से जजपा उम्मीदवार नैना चौटाला के नामांकन के दौरान हिसार की जनता ने जो जोश दिखाया, उससे साबित होता है कि हिसार की जनता इस बार संसद में नैना चौटाला को भेजेगा।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/सुनील

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