सिरसा: अभिभावकों को लूट रहे निजी स्कूल संचालक, सरकार देख रही है तमाशा: सैलजा

सिरसा, 5 अप्रैल (हि.स.)। सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने शनिवार को कहा कि नया शिक्षण सत्र शुरू हो चुका हैै और निजी स्कूल संचालक दोनों हाथों से अभिभावकों को सरेआम लूट रहे हैं और सरकार तमाशा देख रही है। सैलजा ने कहा कि निजी स्कूलों में एडमिशन प्रक्रिया शुरू होते ही अभिभावकों की जेब ढीली होनी शुरू हो गई है। अभिभावक निजी स्कूल प्रबंधन द्वारा बताई गई दुकानों से महंगे दाम में कॉपी-किताबें और स्कूल यूनिफॉर्म खरीदने पर मजबूर हैं। नर्सरी से लेकर आठवीं कक्षा तक करीब तीन से सात हजार रुपए की कॉपी-किताबें खरीद रहे हैं। पहले जहां पर्ची पर बुकसेलर का पता भी लिखकर दिया जाता था, अब पता मौखिक बताया जाता है।
शिक्षा विभाग खानापूर्ति के लिए ही निजी स्कूल संचालकों को पत्र जारी कर निर्देश देता है जबकि सब मिले हुए हैं। अभिभावक शिकायत भी करता हैै तो आज तक किसी भी स्कूल संचालक के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई।
सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि पब्लिशर से मिलकर 100 रुपये वाली किताब का मूल्य 500 लिखवाया जाता है, इसमें से 30 प्रतिशत स्कूल संचालकों का, 20 प्रतिशत कमीशन बुक सेलर का होता हैै, 15 प्रतिशत मार्केटिंग पर खर्च किया जाता है अगर स्कूल संचालक जिद्द पर अड़ जाए तो उसका कमीशन 30 से बढ़ाकर 40 प्रतिशत कर दिया जाता है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इस दिशा में सख्त कदम उठाते हुए अभिभावकों को लुटने से बचाया जाए और सरकारी स्कूलों की व्यवस्था में सुधार किया जाए ताकि अभिभावक निजी स्कूल संचालकों के हाथों से लुटने से बच जाएगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / Dinesh Kumar